सत्यमेव न्यूज़ गंडई पंडरिया. क्षेत्र में खुलेआम सैकड़ो ईट भठ्ठो में व्यावसायिक उपयोग के लिए लाल ईट बनाई जा रही है, जहां इन ईट भठ्ठो के मालिको पर प्रशासन भी महेरबान है। अब तक क्षेत्र में खुलेआम बनाये जा रहे इठ भठ्ठो पर कोई ठोस कार्यवाही सामने नही आयी है। जानकारी के अनुसार गंडई सहित भूर्भसी, गोकना बागुर, लिमो, बरबसपुर, कृतबास, पंडरिया क्षेत्र में खुल कर लाखो की तादात में लाल ईट बनाया जा रहा है। ईंट निर्माण के लिये नदी से रेत, पानी सहित जंगलों के लकड़ियों का खूब इस्तेमाल हो रहा। साफ तौर पर कहे तो जहां एक ओर शासन-प्रशासन जल, जंगल, जमीन को बचाने की बात करती है और इसके संरक्षण के लिये सालाना लाखों रुपये खर्च किये जाते है वहीं दूसरी ओर प्रशासन के सामने ऐसे ईंट के कारोबारी खुलेआम उपयोग करते नजर आ रहे। आखिर सब कुछ देखते हुये भी प्रशासनिक कार्यवाही क्यों नही कर रहा है और इस अवैध व्यापार पर अंकुश नहीं लगाया जा रहा जबकि अब शासन भी शासकीय कार्यो में लाल ईंट का उपयोग नही करती। नियमों के मुताबिक फ्लाइ एस ईंट का उपयोग करने की सख्त हिदायत है ताकि लाल ईंट का उपयोग बन्द हो और इससे जल, जंगल, जमीन का भी बचाव हो सके।
मंहगाई की आड़ में ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा लाल ईंट
लाल ईट के अवैध कारोबार से जुड़े सूत्र बताते है कि इस वर्ष लाल ईंट का रेट आसमान छूते नजर आ रहा वहीं ईट भठ्ठा मालिको का दबी जुबान से कहना है कि आज मंहगाई कहां से कहा है। लकड़ी, मिट्टी, पानी, रेती सब के दाम बहुत बढ़ गये है। साथ ही मुश्किल से मजदूर मिलते है जिसके कारण आज इटो के दामो में भारी बढ़ोतरी हुई है। इनकी दबी जुबान यह भी कहती है कि शासन के नियमों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रशासनिक नुमाइंदो को भी हिस्सा देना पड़ता है।
पिछले दिनों क्षेत्र में चल रहे अवैध ईट भठ्ठो पर कार्यवाही करने का सख्त निर्देश राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारीयों को दिया गया है। अभी तक कोई रिपोर्ट उनके द्वारा नही दी गई है, जल्द सभी अवैध ईट भठ्ठो पर कार्यवाही किया जाएगा।
रेणुका रात्रे, एसडीएम गंडई-छुईखदान