अंबेडकर जयंती पर बौद्ध समाज के सामाजिक भवन का हुआ भूमिपूजन

अतिथियों ने बाबा साहेब की जीवनी को बताया प्रेरक

विधायक ने भवन निर्माण के लिये की राशि घोषणा

पालिका अध्यक्ष ने उद्यान निर्माण की दी स्वीकृति

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. भारत रत्न बाबा साहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती अवसर पर बौद्ध समाज के सिविल लाईन स्थित भूमि का भूमिपूजन समारोह विधायक श्रीमती यशोदा निलाम्बर वर्मा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ. अध्यक्षता समाज के कुशाग्र वक्ता प्रशांत सुखदेवे ने की वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में जिपं उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, नपा अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा, जिपं सभापति विप्लव साहू, जिपं सभापति व जिला भाजपा अध्यक्ष घम्मन साहू, शहर कांग्रेस अध्यक्ष भीखमचंद छाजेड़, ग्रामीण अध्यक्ष आकाशदीप सिंह, बसपा जिला प्रभारी बहादुर कुर्रे, आप के जिला अध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता, अजाक्स राजनांदगांव अध्यक्ष सिद्धार्थ चौरे उपस्थित रहे. जयंती अवसर पर सर्वप्रथम बौद्ध समाज के सामाजिक भवन निर्माण का अतिथियों व समाज के प्रबुद्धजनों द्वारा त्रिशरण व पंचशील का पाठ कर भूमिपूजन किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुये विधायक श्रीमती यशोदा वर्मा ने बाबा साहेब की जीवनी पर प्रकाश डालते हुये बताया कि उनका जन्म 14 अप्रैल को मप्र के महू गांव में बाबा साहेब का जन्म हुआ था. बाबा साहेब का पूरा जीवन समाज उत्थान के लिये समर्पित रहा. जीवन भर संघर्ष के बाद भी उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी और भारत की समानता की स्थापना के लिये उन्होंने अपना जीवन न्यौछावर कर दिया. अपनी पत्नी व अपने बच् चों की मौत के बाद भी बाबा साहेब अपना मिशन पूरा करने में लगे रहे. उनका पूरा जीवन प्रेरणादायी रहेगा. उन्होंने कहा कि उनकी प्रेरणा से ही वे क्षेत्र की जनता के विकास के लिये समानता के साथ व विधानसभा क्षेत्र के बच्चों, युवाओं, महिलाओं व मजदूर किसानों के उत्थान के लिये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कुशल नेतृत्व में अनवरत कार्य करती रहेंगी.

भवन के प्रारंभिक निर्माण के लिये 5 लाख की घोषणा

विधायक श्रीमती यशोदा वर्मा ने समाजिकजनों की मांग पर भवन के प्रारंभिक निर्माण के लिये 5 लाख रूपये की घोषणा की और कहा कि बौद्ध समाज जिस भावना से अंबेडकर भवन सह बौद्ध विहार निर्माण के लिये प्रयत्नशील हैं वे मुख्यमंत्री से समाज की मंशानुरूप राशि की मांग करेंगी. जिपं उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने कहा कि बौद्ध समाज के द्वारा भवन निर्माण का भूमिपूजन किया गया है जो सर्व समाज के लिये ऐतिहासिक दिन बनेगा. बाबा साहेब का योगदान केवल हिन्दुस्तान में ही नहीं पूरे विश्व में रहा है. उस दौर में किसी प्रकार के सहयोग के बगैर भी उन्होंने ऐसा काम किया है कि उन्हें सिंबल ऑफ नॉलेज कहा जाता है. उनकी बराबरी कर पाना हिन्दुस्तान में ही नहीं पूरे विश्व के लिये मुश्किल काम है. नगर के प्रथम नागरिक पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा ने बाबा साहेब के जीवन वृत्त पर सारगर्भित प्रकाश डालते हुये सभी अध्ययनरत छात्रों को उनसे प्रेरणा लेने की बात कहीं और सामाजिक स्थल पर उद्यान निर्माण के लिये स्वीकृति प्रदान की. अध्यक्षीय आसंदी से सामाजिक चिंतक व वक्ता प्रशांत सुखदेवे ने डॉ.अंबेडकर के जीवन वृत्त व उनके संघर्ष को सामयिक परिस्थितियों से जोड़ते हुये विश्वबंधुत्व की भावना के साथ देश में एक प्रबुद्ध और वैज्ञानिक सोच पर आधारित समाज की स्थापना पर जोर दिया.

जिपं सभापति विप्लव साहू ने कहा कि डॉ.अंबेडकर की प्रासंगिकता केवल संविधान निर्माण तक सीमित नहीं हैं वे भारत के साथ समूचे विश्व में हर युग में प्रासंगिक रहेंगे. जिला भाजपा अध्यक्ष घम्मन साहू ने कहा कि बाबा साहेब ने कहा था कि मैं दिन-रात जाग कर इसलिये मेहनत कर रहा हूं क्योंकि भारत के विभिन्न समाज के लोग चैन से सो सके और आज ये चरितार्थ होता हैं. बसपा नेता बहादुर कुर्रे ने बाबा साहेब के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कहते हुये उन्हें शब्द श्रद्धांजलि अर्पित की. आप के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता ने बाबा साहेब के द्वारा 251 पेज का लिखित संविधान दुनियां की सबसे खूबसूरत संरचना हैं और इसी के बूते आजादी के बाद से आज तक का नव-भारत उन्नति के पथ पर अग्रसर हैं. अजाक्स राजनांदगांव के जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ चौरे ने डॉ.अंबेडकर के बचपन से महापरिनिर्वाण तक उनके संघर्ष को परिभाषित करते हुये उनके जीवन से प्ररेणा लेने प्रोत्साहित किया.

इससे पहले समाज के संरक्षक मधुकर चोखान्द्रे ने स्वागत उद्बोधन दिया और हाल ही में सडक़ दुर्घटना से असमय मृत विधायक पुत्र को सभा स्थल पर दो क्षण मौन श्रद्धांजलि दिलवाई. समारोह का संचालन करते हुये समाज के प्रमुख सलाहकार अनुराग शांति तुरे ने भवन निर्माण के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये बताया कि वंचित व आर्थिक रूप से अक्षम वर्ग के छात्रों को बेहतर शिक्षा देने के लिये संस्थागत कार्य होंगे और भवन सर्वसमाज को समर्पित होगा. इस अवसर पर बौद्ध समाज के संरक्षक मधुकर चोखान्द्रे, प्रमुख सलाहकार अनुराग शांति तुरे, अध्यक्ष उत्तम बागड़े, समाजसेवी मंशाराम सिमकर, बौद्ध समाज के पूर्व अध्यक्ष भोजराज ऊके, बसपा नेता बहादुर कुर्रे, सचिव विमल बोरकर, महिला अध्यक्ष कविता नागदेवे, सचिव छाया चौरे, सुरेश चौरे, अनिल सहारे, राजकुमार बोरकर, भारत वानखेड़े, कमलेश बोमले, पवन सहारे, शशि रामटेके, देवेंद्र नागदेवे, प्रदीप बोरकर, आशीष भौतेकर सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहे.

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