बैहाटोला में कार्यशाला का आयोजन कर गुड टच-बैड टच और कलकृति की दी गई जानकारी

इजरायल से आये विषय विशेषज्ञ कलाकार ने दी विधिक जानकारी
स्कूली छात्र-छात्राओं को सिखाया गया हुनर
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. बैहाटोला में कार्यशाला का आयोजन कर गुड टच-बैड टच और कलकृति की जानकारी दी गई। इस दौरान स्कूली छात्र-छात्राओं को हुनरमंद बनाने विधिवत प्रशिक्षण दिया गया। जानकारी अनुसार शास.पूर्व मा. विद्यालय बैहाटोला के प्रधान पाठक किशोर शर्मा द्वारा कार्यशाला आयोजित कर छात्रो को कहानी के माध्यम से गुड़-टच बेड़ टच को समझाया गया साथ ही कार्यशाला में प्राचीन भारतीय कला जिसमें धागों, मोतियों, मनकों, चिड़िया के पंख और सितारों जैसी सामग्रियों से कपड़े को सजाने की प्रक्रिया के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। किशोर ने बताया पारंपरिक कढ़ाई में प्रयुक्त कपड़ा और सजाने की सामग्री, विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग होती है। इससे हम आत्मनिर्भर बन सकते है। इस दौरान शाला के शिक्षक कल्याण दास वर्मा, तीरथ राम साहू, सन्तोषी वर्मा और शिक्षाविद रूपेश निषाद, विजय वर्मा सहित छात्र-छात्राए शमिल रहे।
इजरायल से आये कलाकार ने दी विविध जानकारी
कार्यशाला में इजरायल से आमंत्रित विषय विशेषज्ञ विजय ने बताया कि इजरायल में शिक्षा प्रणाली, अनिवार्य शिक्षा, नवीन शिक्षण विधियों, एक प्रेरक शिक्षण वातावरण, प्रौद्योगिकी एकीकरण, बहुभाषिकता तथा छात्र-केंद्रित शिक्षण दृष्टिकोण के अपने अनूठे मिश्रण के कारण विशिष्ट है। उन्होने इजराइल की सफलता पर प्रकाश डाला वहीं आमंत्रित चिरायु सिन्हा सिरामिक विषय विशेषज्ञ ने बताया की सिरामिक न केवल एकेडमिक ज्ञान बल्कि छात्रों के मानसिक, शारीरिक, और सामाजिक विकास पर भी जोर देती है। नई शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्य के तहत शिक्षा को अधिक समग्र और व्यापक बनाने पर जोर दिया गया है। इसमें केवल किताबों का ज्ञान ही नहीं, बल्कि कला, संगीत, खेल, कौशल विकास और नैतिक शिक्षा को भी शामिल किया गया है, जिससे छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सके।