सरकारी स्कूल में शराबी प्रधान पाठक की करतूतों का हुआ भंडाफोड़

ग्रामीणों की शिकायत के बाद शराब के नशे में पकड़या शिक्षक
जानकारी मिलने के बाद खैरागढ़ की महिला बीईओ ने दिखाई तत्परता

डीईओ ने कहा मुझे नहीं मिली है कोई सूचना
शराबी शिक्षक को बचाने जुटे रहे कुछ लोग

थाने के बाहर 3 घंटे शराबी शिक्षक को रखा गया बिठाकर
जानकारी मिलने के बाद एसपी ने मुलाहिजा कराने भेजा अस्पताल
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करने वाली एक गंभीर घटना मंगलवार को सामने आई जब ग्राम देवरी स्थित शासकीय प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक रेशमलाल बेरवंशी को शराब के नशे में ड्यूटी करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। ग्रामीणों की शिकायत पर स्कूल पहुंचे जांच दल ने प्रधान पाठक को डायल 112 की सहायता से स्कूल परिसर से पकड़कर पुलिस थाना पहुंचाया, जहां तीन घंटे तक उन्हें बैठाकर रखा गया। ग्रामीणों का आरोप है कि रेशमलाल लंबे समय से शराब के नशे में स्कूल आता था लेकिन शिकायतों के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। मंगलवार को जब प्रधान पाठक नशे की हालत में स्कूल आया तो सरपंच तेजराम वर्मा की पहल पर खैरागढ़ की महिला खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) नीलम राजपूत ने तुरंत कार्रवाई की और जांच दल को मौके पर भेजा गया। जांच दल ने पुलिस की 112 डायल सेवा को बुलाया इसके बाद शराबी शिक्षक को थाने के बाहर 3 घंटे तक बिठा कर रखा गया। शिक्षा जगत को कलंकित करने वाली इस शर्मनाक घटना की सूचना मिलने के बाद एसपी लक्ष्य विनोद शर्मा के निर्देश पर आरोपी शिक्षक को मेडिकल परीक्षण के लिए देर शाम सिविल अस्पताल भेजा गया। सूत्रों के अनुसार शराबी शिक्षक से जुड़े कुछ लोग उसको बचाने का प्रयास भी करते देखे गए, जिससे ग्रामीणों में और अधिक नाराजगी बढ़ गई।
हैरान करने वाली बात यह रही कि इस गंभीर मामले की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) लालजी द्विवेदी को नहीं मिली। जब उनसे संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा, “मुझे इस विषय में कोई सूचना नहीं मिली है। यदि मामला सही पाया गया, तो नियमानुसार जांच कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
इस घटना ने केसीजी जिले की शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि जहां एक ओर भाजपा की साय सरकार बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए योजनाएं चला रही है वहीं कुछ शिक्षक स्कूल को नशे का अड्डा बनाकर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मामले में अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि शिक्षा विभाग इस मामले में कितनी सख्त और पारदर्शी कार्रवाई करता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि आरोपी शिक्षक को निलंबित कर स्थायी रूप से सेवा से हटाया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।