संगीत नगरी में भक्तिभाव से निकली माँ दुर्गा-शारदे की विसर्जन यात्रा
देर शाम तक भक्तिमय धुन व गीतों के साथ चलता रहा विसर्जन
आचार संहिता के कारण डीजे बजाने की नहीं मिली अनुमति
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. संगीत नगरी खैरागढ़ में दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन का क्रम सुबह से लेकर शाम तक चला. आचार संहिता के चलते डीजे की अनुमति नहीं मिलने के बाद दुर्गोत्सव समितियों ने सांग बाना सहित जसगीत व धुमाल बाजे के साथ पूरे भक्तिभाव से विसर्जन किया. इस दौरान मुख्य मार्ग में कई जगहों पर जाम की स्थिति भी बनती रही, बुधवार की सुबह से प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शुरू हुआ जो देर शाम तक चलता रहा.
सांग बाना का प्रदर्शन बना आकर्षण का केंद्र
जिला मुख्यालय में देवी प्रतिमाओं की विसर्जन यात्रा के दौरान सांग बाना का प्रदर्शन आकर्षण का केंद्र रहा. भक्तों के सांग बाना प्रदर्शन के चलते सड़कों पर लगातार लोगों की भीड़ उमड़ती रही जिसके कारण कई स्थान पर मुख्य मार्ग और चौराहों में मार्ग जाम की स्थिति निर्मित हुई. डीजे नहीं होने के चलते कई जगहों पर जसगीत, धुमाल सहित अन्य पारंपरिक माध्यमों के द्वारा प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ. दाऊचौरा मुस्का नदी, अमलीपारा आमनेर नदी के साथ नदी तट व स्टाप डेम रपटा में भक्तिभाव से विसर्जन सम्पन्न हुआ.
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन में डीजे की अनुमति नहीं देने के बाद भी टिकरापारा में सरस्वती उत्सव समिति द्वारा डीजे के साथ प्रतिमा विसर्जन यात्रा शुरू होने के पहले ही मौके पर पहुंचे एसडीएम प्रकाश सिंह राजपूत ने वाहन में बंधे डीजे को पुलिस के सुपूर्व करवा दिया
पदाधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच काफी बहस भी हुई। इसे छोड़कर कई जगहों पर डीजे में ही विसर्जन यात्रा निकाली गई लेकिन प्रशासन कार्रवाई करने से बचता रहा। जहां दिखा वहां कार्यवाही हुई