
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। जिले के किसानों में खेती को लेकर सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। कृषि विभाग द्वारा संचालित जैविक खेती मिशन एवं परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत किसानों को राज्य के बाहर शैक्षणिक भ्रमण सह प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे किसान जैविक खेती की ओर तेजी से अग्रसर हो रहे हैं। छुईखदान विकासखंड के वनांचल क्षेत्रों के किसानों ने भ्रमण के दौरान जैविक खेती के सफल मॉडलों का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। इसका असर अब खेतों में दिखने लगा है। ग्राम तुमड़ादाह के किसान सुरेन्द्र गाड़ ने 5 एकड़ में कोदो की जैविक खेती शुरू की है वहीं ग्राम धारिया के किसान मोहन ने अरहर की खेती बिना रासायनिक खाद के कर बेहतर उपज प्राप्त की है। किसानों का कहना है कि जैविक खेती से लागत कम होती है और फसल की गुणवत्ता बेहतर होती है। उप-संचालक कृषि राजकुमार सोलंकी ने बताया कि जिले में जैविक खेती, परंपरागत कृषि विकास योजना एवं प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। चयनित किसानों का जैविक प्रमाणन भी कराया गया है जिससे उन्हें बाजार में बेहतर मूल्य मिलेगा।