शासन के निर्देश पर प्रशासन के आलाधिकारी जिले में चला रहे अवैध शराब का कारोबार!
पत्रवार्ता में कांग्रेसियों ने शासन-प्रशासन पर किया सीधा हमला
कहा- सीएम, डिप्टी सीएम और कलेक्टर-एसपी अवैध शराब के लिये जिम्मेदार
छुईखदान ब्लॉक में लगने वाली सीमेंट फैक्ट्री का भी किया विरोध
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. कांग्रेस ने पत्रवार्ता आयोजित कर जिले में शासन व प्रशासन पर अवैध शराब के कारोबार का आरोप लगाया। वार्ता में खैरागढ़ विधायक श्रीमती यशोदा वर्मा ने शासन व प्रशासन के प्रतिनिधियों पर सीधा हमला करते हुये कहा कि खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में अवैध शराब के संचालन के लिये मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और जिले के कलेक्टर-एसपी ही जिम्मेदार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध तरीके से धन कमाने के लिये मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री के निर्देश पर जिले में कलेक्टर-एसपी मिलकर अवैध शराब का गोरख धंधा संचालित कर रहे हैं जिसके कारण गांव-गांव में खुलेआम अवैध तरीके से शराब की बिक्री हो रही है जिसका दुष्प्रभाव सीधे सामाजिक परिवेश पर पड़ रहा है और आने वाली पीढ़ियां अवैध शराब के कारण बर्बाद हो रही है। विधायक ने कहा कि 8 महीने पहले तक भूपेश सरकार ने भी 5 साल प्रदेश को चलाया है और जिला निर्माण की सौगात दी है। इस दौरान कांग्रेस सरकार ने भूपेश बघेल के नेतृत्व में स्कूल-कॉलेज और अस्पताल खोलने का काम किया लेकिन अब भाजपा राज में 4 हजार सरकारी स्कूल बंद करने की तैयारी है और नये शराब दुकान खोलकर शिक्षित युवा बेरोजगारों को इस अवैध कारोबार में धकेला जा रहा है।
कलेक्टर व एसपी को विधायक ने दी खुली चुनौती
पत्रवार्ता में विधायक श्रीमती यशोदा वर्मा ने सीधे कलेक्टर व एसपी को खुली चुनौती देते हुये कहा कि दम है तो कलेक्टर और एसपी बड़े कोचियों को पकड़कर दिखाये जो जिलेभर में अवैध शराब का जाल बिछाकर पूरी पीढ़ि को बर्बाद करने का काम कर रहे हैं। अपनी पीठ थपथपाने पुलिस प्रशासन एसपी के निर्देश पर केवल छोटी-छोटी कार्यवाही कर रही है जबकि जिले के सरकारी शराब दुकानों से लाखों रूपये की अवैध शराब खुलेआम कोचियों द्वारा गांव-गांव तक पहुंचाई जा रही है। अवैध शराब के धंधे के कारण जिले के युवा नशे के दलदल में धसते जा रहे हैं। विधायक ने अपनी बातों को स्पष्ट करते हुये कहा कि अगर कलेक्टर व एसपी का संरक्षण नहीं है तो जिलेभर में खुलेआम अवैध शराब का कारोबार कैसे संचालित हो रहे हैं। विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि जिलेभर में छोटे-छोटे प्रशासनिक काम नहीं हो पा रहे हैं और जिला प्रशासन अपने स्वार्थ सिद्धि में व्यस्त है। बाढ़ से जिले के कई घर ढह गये और बाढ़ प्रभावित जनता सहयोग की आशा लेकर पीड़ा झेल रही है लेकिन शासन-प्रशासन का कोई प्रतिनिधि उनके आंसू पोछने को तैयार नहीं। उन्होंने प्रदेश की साय सरकार को घेरते हुये कहा कि चुनाव जीतने भाजपा ने 33 हजार शिक्षकों की भर्ती का वादा किया था जो बोगस निकला वहीं सरकार अपने निजी फायदे के लिये दोहरा मापदंड अपनाकर सीमेंट के दाम को प्रति बोरी 50 रूपये बढ़ा दिये हैं और दूसरी ओर 18 लाख पीएम आवास बनाने का वादा कर रहे हैं। क्या 1 लाख रूपये में कोई गरीब इतने महंगे सीमेंट और अन्य सामग्रियां लेकर अपना घर बना पायेगा, यह सब सरकार अपनी जेब भरने के लिये कर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा केवल महंगाई बढ़ाने का काम करती है, इसके कारण ही डीजल-पेट्रोल व गैस के दाम के साथ ही खाने के तेल व अन्य खाद्यान्न सामग्रियों के दाम आसमान छू रहे हैं। अपने स्वभाव के विपरीत विधायक ने तीखे तेवर दिखाते हुये कहा कि जनहित के मुद्दे को लेकर वह पार्टी पदाधिकारियों के साथ लगातार लड़ाई लड़ेंगी और अवैध शराब को अगर संरक्षण देना बंद नहीं किया गया तो वह स्वयं प्रत्येक शराब दुकान के सामने बैठकर आंदोलन करेंगी। युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष गुलशन तिवारी ने भी पत्रवार्ता में शासन-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाये। गुलशन ने कहा कि लगातार विरोध के बाद भी सीमेंट फैक्ट्री खोलने की तैयारी की जा रही है और अवैध शराब के लिये प्रशासन टैरिफ बनाकर काम कर रही है जिसके तहत सरकारी शराब दुकानों से शराब निकालकर गांव-गांव पहुंचाने वाले एवं गांव में शराब बेचने वाले लोगों का अलग-अलग दाम तय किया गया है। इसके एवज में पुलिस व आबकारी विभाग को भरपूर कमिशन दिया जा रहा है। वार्ता में विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन, नदीम मेमन, ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष आकाशदीप सिंह गोल्डी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष भीखमचंद छाजेड़, कांग्रेस नेता निलाम्बर वर्मा, संजू चंदेल, हरजीत सिंह, अशोक जंघेल, रिंकु गुप्ता, सुमित जैन सहित कांग्रेस के पदाधिकारी मौजूद थे।