विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर याद की गई राजपरिवार की दानशीलता

विश्वविद्यालय परिवार ने 66वें स्थापना दिवस पर दी भावभीनी सांस्कृतिक प्रस्तुति

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के 66वें स्थापना दिवस पर राजपरिवार की दानशीलता को याद करते हुये विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई. शुक्रवार 14 अक्टूबर को विश्वविद्यालय परिसर क्र.01 में स्थापना दिवस का कार्यक्रम मनाया गया जहां कुलपति पद्मश्री डॉ.मोक्षदा चंद्राकर, कुलसचिव प्रो.डॉ.आईडी तिवारी सहित अधिष्ठातागणों के द्वारा संस्थापकगण स्व.राजा वीरेन्द्र बहादुर सिंह, स्व.रानी पद्मावती देवी व स्व.राजकुमारी इंदिरा की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया गया. इस दौरान कुलपति डॉ.चंद्राकर ने सभी शिक्षकों, विद्यार्थियों, शोधार्थियों, अधिकारियों, कर्मचारियों व संगतकारों को स्थापना दिवस की बधाई दी. विद्यार्थियों ने प्रो.डॉ.नमन दत्त के निर्देशन में कुलगीत की सामूहिक प्रस्तुति दी.

कुलपति डॉ.चंद्राकर ने कुलगीत की रचना के संबंध में कहा कि उसमें उल्लेखित पंक्तियों के अनुसार विश्वविद्यालय उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा है. संचालन हिंदी विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ.देवमाइत मिंज ने किया. इसके पहले 13 अक्टूबर की शाम 5 बजे विश्वविद्यालय के परिसर क्र.02 स्थित ऑडिटोरियम में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत स्थापना दिवस पर आधारित शानदार मंचीय कार्यक्रम हुआ जहां विश्वविद्यालय के भरतनाट्यम विभाग द्वारा तीन भव्य प्रस्तुतियाँ दी गई. इसी कड़ी में भरतनाट्यम विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ.मेदिनी होम्बल के निर्देशन में वसुधैव कुटुम्बकम की प्रस्तुति दी गई. इस प्रस्तुति के अंतर्गत भरतनाट्यम के विद्यार्थियों ने परंपरा, प्रयोग और प्रश्न शीर्षक के साथ नृत्य की क्रमश: तीन प्रस्तुतियाँ दी जहां तीनों प्रस्तुतियों ने खूब तालियाँ बटोरी. इस अवसर पर कुलसचिव प्रो.डॉ.आईडी तिवारी, फिल्म निर्माता-निर्देशक प्रेम चंद्राकर सहित विश्वविद्यालय परिवार मौजूद था.

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