सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के तीन भूतपूर्व शोधार्थियों को सावित्री बाई फुले सम्मान से सम्मानित किया गया है. बीते दिनों विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम हॉल में भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती एवं उनकी सहयोगी शिक्षिका व शिक्षाविद फातिमा शेख की स्मृति में आयोजित संगोष्ठी और सम्मान समारोह के दौरान शोधार्थियों को सम्मानित किया गया. उक्त कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिये विभिन्न समाजसेवी संगठनों, व्यक्तियों एवं शिक्षकों को सावित्रीबाई फुले सम्मान एवं स्मृति चिन्ह से नवाजा गया. जिले की महिला जागृति की नायिका एवं पद्मश्री फूलबासन यादव के मुख्य आतिथ्य में संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के इतिहास विभाग के तीन भूतपूर्व शोध छात्र डॉ.मकसूद अहमद, डॉ.आराधना चतुर्वेदी व डॉ.मोहन साहू को पीएचडी उपरांत उनके शैक्षिक योगदान के लिये उन्हें सम्मानित किया गया.
डॉ. मोहन ने उक्त सम्मान के बारे जानकारी देते हुये बताया कि डॉ.मकसूद को उनके शोध कार्य कोरिया जिले का पुरातत्व एवं पर्यटन एक अध्ययन के दौरान नेशनल फैलोशिप पाने वाले विभाग के प्रथम शोधार्थी होने का गौरव प्राप्त हुआ है. उन्हें शिक्षा में जागरूकता, रचनात्मक लेखन एवं समाज सेवा के क्षेत्र में किये गये कार्यों के लिये सम्मानित किया गया. डॉ.आराधना चतुर्वेदी को शोध विषय बस्तर क्षेत्र की देव प्रतिमाएं- एक अध्ययन में उनके द्वारा विषम परिस्थितियों में ग्रामीण परिवेश से उठकर उच् च शिक्षा तक के सफर के लिये प्रदान किया गया. उन्होंने नेट उत्तीर्ण की है और उन्हें राष्ट्रीय छात्रवृत्ति भी मिला है.
डॉ.मोहन साहू पुरातात्विक ग्राम शेरगढ़ के ग्रामीण परिवेश से निकलकर छत्तीसगढ़ राज् य निर्माण के पश्चात् छत्तीसगढ़ के नव-उत्खनित स्थलों का अध्ययन विषय पर शोध कार्य किया है. इस दौरान उन्होंने अनेक पुरातात्विक स्थलों का अध्ययन किया जहां से अनेक मूर्तियां, अभिलेख, सिक्के, मृद्भांड, जीवाश्म, हड्डी, औजार व अन्य प्रकार की घरेलू वस्तुएं प्राप्त हुई है. प्राचीन वस्तुओं के संरक्षण और संवर्धन के लिये उन्हें सम्मानित किया गया. उक्त सम्मान के लिए शैक्षिक प्रगतिशील मंच खैरागढ़ का तीनों शोधार्थियों ने आभार ज्ञापित किया.