प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम सहित जनप्रतिनिधियों ने बंधाया ढांढस
अंतिम यात्रा में विधायक पुत्र को एक नजर देखने उमड़ा जन सैलाब
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. विधायक यशोदा नीलाम्बर वर्मा के पुत्र प्रवीण वर्मा की अंतिम यात्रा में शुभचिंतकों व समर्थकों का हुजुम उमड़ पड़ा. विधायक पुत्र को अंतिम विदाई देते हजारों आंखे नम हो गई वहीं खैरागढ़ विधायक के पुत्र का निधन समाचार सुनकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित आसपास के विधासनभा क्षेत्र के विधायकगणों सहित नामचीन जनप्रतिनिधि व समाजसेवियों सहित आम और खास लोग देवारीभाठ पहुंचे तथा अंतिम यात्रा में विधायक पुत्र को विदाई देने जन सैलाब उमड़ पड़ा. सत्यमेव न्यूज के पाठकों को बता दे कि लगभग माहभर पहले सडक़ दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुये खैरागढ़ विधायक श्रीमती यशोदा नीलाम्बर वर्मा के 26 वर्षीय पुत्र प्रवीण वर्मा का रायपुर में उपचार के दौरान सोमवार को दुखद निधन हो गया. दोपहर में विधायक पुत्र के निधन की खबर के बाद खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में शोक की लहर दौड़ गई.
35 दिन पहले कार हादसे का शिकार हुये थे विधायक पुत्र, 10 फीट नीचे गिरी थी कार
बीते 35 दिन पूर्व विधायक यशोदा वर्मा के पुत्र प्रवीण कार हादसे का शिकार हो गये थे, 20 फरवरी सोमवार को एक विवाह समारोह से लौटते हुये कांकेर जिले के चारामा नगर के पहले मरकामटोला घाट के पास प्रवीण वर्मा की कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी और कार 5 दफे पलटते हुये 10 फीट नीचे खाई में जा गिरि थी. कार में प्रवीण के साथ उसके मित्र मंजीत जाट, रूद्र पटेल व कुंभराज यादव भी घायल हुये थे लेकिन दुर्भाग्यवश प्रवीण को गले के दाहिनी ओर, सीने के सामने हिस्से तथा दाहिने पैर में बहुत गंभीर व प्राणघातक चोटे आयी थी. दुर्घटना के बाद प्रवीण को चारामा के शासकीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रिफर किया गया था जहां रामकृष्ण केयर अस्पताल में 20 फरवरी से ही प्रवीण का उच् च स्तरीय उपचार चल रहा था और विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने प्रवीण के गंभीर रूप से चोटग्रस्त गले, सीने व पैर का ऑपरेशन कर उसकी जान बचाने की भरसक कोशिश की थी, इस दौरान माहभर से विधायक दंपत्ति सहित उनके शुभचिंतक लगातार पूजन-मनन कर प्रवीण के स्वस्थ होने की लगातार प्रार्थना भी करते रहे लेकिन विधाता को कुछ और ही मंजूर था और सोमवार 27 मार्च की मध्यान्ह तकरीबन 12 बजे प्रवीण ने रायपुर में अंतिम सांस ली.
शरीर में संक्रमण व खून की कमी के कारण हुई मौत
26 वर्ष की अल्पायु में परलोक गमन कर गये विधायक पुत्र बीते 35 दिनों से जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करते रहे और अंतत: मौत जीत गई. चिकित्सकों का कहना है कि हादसे के बाद गंभीर रूप से घायल प्रवीण की हालत में जीवन उपयोगी सुधार नहीं हो पाया. अंतिम समय में खून की कमी व संक्रमण के कारण प्रवीण मौत का शिकार हो गये. बताया जा रहा था कि प्रवीण बीते कुछ दिनों से और अधिक अस्वस्थ हो चला था और शरीर में गंभीर संक्रमण के साथ ही खून की कमी भी हो गई थी और अंतत: उपचार के दौरान ही प्रवीण का दुखद निधन हो गया. गौरतलब है कि प्रवीण विधायक श्रीमती यशोदा वर्मा व वरिष्ठ कांग्रेस नेता व अधिवक्ता नीलाम्बर वर्मा के एकलौते पुत्र थे और प्रवीण के दुखद मौत के बाद परिवार पर मानों दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. विधायक यशोदा वर्मा का इस घटना के बाद सदमे से बुरा हाल है, देर शाम प्रवीण का अंतिम संस्कार गृह ग्राम देवारीभाठ में किया गया जहां उनके पिता नीलाम्बर वर्मा ने मुखाग्नि दी.
प्रदेश अध्यक्ष मरकाम सहित विधायकों व जनप्रतिनिधियों ने बंधाया ढांढस
पुत्र के दुखद निधन के बाद अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम, महासचिव शाहिद खान, मोहला विधायक व संसदीय सचिव इंद्रशाह मंडावी, खुज् जी विधायक छन्नी साहू, राजनांदगांव महापौर हेमा देशमुख, कुलपति डॉ.ममता चंद्राकर, जिला कांग्रेस अध्यक्ष पदम कोठारी, पूर्व विधायक गिरवर जंघेल, कोमल जंघेल, सुरेन्द्र दास वैष्णव, मेहुल मारू, कामदेव जंघेल, गुलाब वर्मा, लोधी समाज के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश्वर वर्मा सहित कलेक्टर डॉ.जगदीश सोनकर, एसपी अंकिता शर्मा सहित जिले के जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने विधायक दंपत्ति को ढांढस बंधाया. प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि विधि के विधान के आगे हम सभी नतमस्तक हैं, परमात्मा वर्मा परिवार को संबल प्रदान करें. अंतिम संस्कार के बाद शोक सभा का आयोजन कर उपस्थितजनों ने मौन श्रद्धांजलि दी.