तवज्जो नहीं मिलने से विधायक बिना फीता काटे मंच के सामने बैठी
फीता काटने कलेक्टर के आने के बाद जाने की जिद पर अड़े समर्थक
आखिरकार आधे घंटे चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद हुआ उद्घाटन
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. आगामी 4 सितम्बर को नवीन जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई अधिकारिक तौर पर अस्तित्व में आ जायेगा लेकिन इससे पहले कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर नगर की सीमा से लगे अकरजन खार इलाके में होने वाले कृष्णकुंज के शुभारंभ अवसर पर शुक्रवार को प्रशासन व जनप्रतिनिधियों का धड़ा आमने-सामने दिखा. जनप्रतिनिधियों को तवज्जो नहीं मिलने से विधायक श्रीमती यशोदा वर्मा बेहद नाराज दिखी और बिना फीता काटे वह अपने समर्थकों के साथ मंच के सामने दर्शकदीर्घा में जाकर बैठ गई. कुछ देर बाद आयोजन स्थल में जब कलेक्टर डोमन सिंह अन्य एसपी प्रफुल्ल ठाकुर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पहुंचे तो आयोजनकर्ता वन विभाग व नगर पालिका के प्रशासनिक अधिकारी विधायक को बुलाने मंच के सामने पहुंचे और कृष्णकुंज का फीता काटने गुजारिश की लेकिन नाराज विधायक व उनके समर्थकों ने जाने से इनकार कर दिया और कहा कि पहले कलेक्टर को बुलाईये उनकी गुजारिश पर ही सभी जनप्रतिनिधि फीता काटने जायेंगे.
यह खबर भी पढ़े….. प्रभारी मंत्री व जिलाधीश ने परस साहू का किया सम्मान
दरअसल शुक्रवार को दोपहर 12 बजे कृष्णकुंज का शुभारंभ विधायक सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व कलेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में किया जाना था लेकिन आयोजन से जुड़े प्रशासनिक अधिकारियों व पालिका के कतिपय जनप्रतिनिधियों को छोडक़र कोई भी समय पर कृष्णकुंज के उद्घाटन के लिये नहीं पहुंचा था. तकरीबन 1:30 बजे विधायक अपने समर्थकों के साथ आयोजन स्थल पहुंची तो उन्हें बताया गया कि कलेक्टर साहब भी आने वाले हैं, इस बीच विधायक ने कृष्णकुंज के मुख्य द्वार के सामने ही तकरीबन 20 मिनट कलेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों का इंतजार किया, फिर समर्थकों के कहने पर अंदर पहुंची लेेकिन इस दौरान कलेक्टर का इंतजार कर रहे प्रशासनिक अमले ने विधायक व उनके समर्थकों को तवज् जो नहीं दी व बिना फीता काटे ही विधायक मंच तक पहुुंच गई. मंच के पास पहुंचने के बाद विधायक सामने दर्शकदीर्घा में जा बैठी और यहीं से समर्थकों की नाराजगी बढ़ गई और मामला जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच तनातनी में बदल गया.
विधायक को मनाने एक-एक कर पहुंचते रहे अफसर
उद्घाटन का अवसर जब तनातनी में बदल गया तो इस बीच एक-एक कर अफसर विधायक को मनाने व कृष्णकुंज का फीता काटने का अनुनय-विनय करते रहे लेकिन विधायक के समर्थक व कांग्रेसी नेता इस बात पर अड़ गये कि कायदे से हमें जितना इंतजार करना था हमने किया, अगर फीता कटवाना है तो कलेक्टर साहब पहले यहां आये फिर सभी मिलकर फीता काटने जायेंगे. इस बीच मंच के सामने विधायक व कृष्णकुंज के मुख्य द्वार पर खड़े कलेक्टर सहित प्रशासनिक अधिकारियों के बीच किस्सागोई चलती रही. पहले नगर पालिका फिर वन विभाग के आलाधिकारियों के निवेदन के बाद अंतत: कलेक्टर डोमन सिंह को मंच तक विधायक के पास पहुंचना पड़ा और उन्होंने आते ही कहा अतिथि आप लोग हैं हम सिर्फ व्यवस्था में सहभागी बनने आये हैं फिर कलेक्टर के अनुरोध के बाद विधायक व अन्य जनप्रतिनिधि समर्थकों सहित पुन: मुख्य द्वार पहुंचे और कृष्णकुंज का फीता काटकर अंदर आये.
कलेक्टर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करने से किया मना
मंचीय कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर भी खफा दिखे और उन्होंने संचालनकर्ता सहित आयोजक अधिकारियों से कहा कि कार्यक्रम की अध्यक्षता वे नहीं करेंगे किसी जनप्रतिनिधि से अध्यक्षता कराई जाये जिसके बाद नगर पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा से कार्यक्रम की अध्यक्षता कराई गई. मंचीय उद्बोधन के दौरान कलेक्टर ने शुभकामनाएं देते हुये कहा कि कृष्णकुंज में परंपराओं को सहेजने का अवसर मिल रहा है. बरगद, पीपल, बेल आदि गुणकारी पौधों का रोपण हो रहा है जिससे पर्यावरण को बढ़ावा मिलेगा. कलेक्टर के उद्बोधन के बाद विधायक श्रीमती वर्मा ने मंच से ही नाराजगी की पूरी वजह बताते हुये कहा कि वे हमेशा जनता के साथ खड़े रहेंगी और इस तरह की चीजें बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कृष्णकुंज योजना की प्रशंसा करते हुये मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया. कलेक्टर व विधायक के उद्बोधन के साथ ही मंचीय कार्यक्रम को समाप्त कर दिया गया जिसके बाद कार्यक्रम में पहुंचे कृष्ण की वेशभूषा में नन्हें बच् चों से दही मटकी तोड़वाई गई और फिर कृष्णकुंज में जनप्रतिनिधियों ने झूलों का भी आनंद लिया वहीं दूसरी ओर अधिकारी मंचीय कार्यक्रम के बाद उल्टे पांव लौट गये.