लेट लतीफी कर नगर विकास को अवरूद्ध करने वाले ठेकेदारों पर पालिका हुई सख्त

बैठक लेकर नगर में रूके हुये 43 निर्माण कार्यों की हुई समीक्षा
कार्य प्रारंभ नहीं करने पर एक ठेकेदार को नोटिस जारी करने निर्देश
काम में रूचि नहीं दिखाने वाले ठेकेदारों के कार्य होंगे निरस्त
नगर विकास के लिये नवीन निर्माण कार्यों का खींचा गया खाका
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. जिला निर्माण के बाद पालिका प्रशासन पहली बार एक्शन मोड में नजर आ रही है. सोमवार को मध्यान्ह बाद पालिका सभागार में नगर पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा की अध्यक्षता में नगर विकास को लेकर एक महती बैठक आयोजित की गई जहां मुख्य नगर पालिका अधिकारी सूरज सिदार एवं पालिका के उपाध्यक्ष अब्दुल रज्जाक खान व पालिका के जनप्रतिनिधियों सहित कर्मचारी व विशेषतौर पर ठेकेदार मौजूद थे. बैठक में सर्वप्रथम नगर विकास को लेकर पूर्व में स्वीकृत करोड़ों रूपये के कुल 43 निर्माण कार्यों को लेकर समीक्षा की गई जिसमें अमूमन सडक़, नाली, पाईप लाईन विस्तार, जीर्णोद्धार, पौनी पसारी योजना अंतर्गत बाजार निर्माण, व्यवसायिक परिसर निर्माण, सामाजिक भवन निर्माण सहित बुनियादी विकास कार्य शामिल रहे. बैठक में एक-एक कर निविदा प्राप्त करने वाले ठेकेदारों से निर्माण कार्यों में हो रहे विलंब को लेकर विस्तार से चर्चा की गई एवं समस्या सहित निदान पर निष्कर्ष निकाला गया. बैठक में अमूमन ठेकेदार मौजूद रहे वहीं कुछ ठेकेदार अनुपस्थित थे जिनमें से एक ठेकेदार के विरूद्ध नोटिस जारी करने निर्देश दिया गया और स्पष्ट रूप से चेतावनी दी गई कि काम में रूचि नहीं दिखाने वाले ठेकेदारों को नगर पालिका से बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा और उनके स्वीकृत निविदा को निरस्त कर पुन: निविदा निकाली जायेगी.

नगर के सुव्यवस्थित विकास को लेकर हुई चर्चा
बैठक में मुख्य रूप से नगर के सुव्यवस्थित विकास को लेकर विस्तार से चर्चा की गई. मुख्य रूप से पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा, उपाध्यक्ष अब्दुल रज् जाक खान, लोनिवि के सभापति पुरूषोत्तम वर्मा सहित सभापति दीपक देवांगन, सुमित टांडिया, जफर उल्लाह खान, दयाराम पटेल, राधे पटेल, आयष सिंह, प्रकाश सिंह, जागेश्वर शर्मा ने अपने विचार रखे जिसके बाद मुख्य नगर पालिका अधिकारी सूरज सिदार ने चर्चा उपरांत नवीन निर्माण कार्यों को लेकर प्रस्ताव रखा जिसमें फतेह मैदान में सुविधाओं के विस्तार, ओपन जीम तथा नवीन मंगल भवन व सांस्कृतिक भवन को ठेका पद्धति से किराये पर देने विचार-विमर्श किया गया है. इस दौरान पालिका की उपअभियंता श्रीमती दीपाली मिश्रा, लेखापाल राजेश तिवारी, नीरज सिंह, मनोज शुक्ला सहित अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे.