लूट में दो नाबालिग भी थे शामिल
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. खैरागढ़ थाना क्षेत्र में सूने जगह पर राहगीरों को रोककर लूट की घटना को अंजाम देने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. लूट में दो नाबालिग भी शामिल थे. जानकारी अनुसार प्रार्थी गनेशु यादव पिता गनपत यादव उम्र 23 वर्ष निवासी खुर्सीपार थाना खैरागढ़ ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 12 जून को वह अपने मित्र विक्की टंडन के साथ अपने मोटर सायकल सीजी 08 एएल 9585 में खैरागढ़ के-मार्ट से काम करने के बाद शाम को अपने घर खुर्सीपार लौट रहे थे तभी खैरागढ़-राजनांदगांव मेन रोड दपका मोड़ के पास एक व्यक्ति अपने मोटर सायकल के सामने आ गया और हाथ दिखाकर रोका. बाईक रोकने के बाद चार लोग अचानक आ गये और बाईक में बैठे दोनों को पांचों लडक़ों ने अंधेरे की तरफ ले जाकर हाथ मुक्का से मारपीट करते हुये जान से मारने की धमकी देकर 2 नग मोबाईल, पर्स मे रखा नगदी 5 हजार रूपये, एटीएम कार्ड एवं गले में पहने हुये चांदी के चैन कुल कीमत 33 हजार 500 रूपये को लूट लिये. एक लडक़े ने विक्की को धमकाकर एटीएम कार्ड का नंबर ले लिया और भगा दिये. लुटपाट करने वाले लडक़े सभी 18 से 25 साल के पतले दुबले थे. रिपोर्ट पश्चात अज्ञात आरोपियों के खिलाफ थाने में अपराध पंजीबद्ध किया गया.
मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुये वरिष्ठ अधिकारी को अवगत कराने के बाद एसपी अंकिता शर्मा व एएसपी नेहा पाण्डेय के मार्गदर्शन तथा एसडीओपी लालचंद मोहले के निर्देशन में थाना प्रभारी खैरागढ़ राजेश देवदास एवं सायबर सेल टीम बनाकर अज्ञात आरोपियों को जल्द पकडऩे निर्देशित किया गया. जांच में पता चला कि आरोपी छुईखदान डिपरापारा में विधि से संघर्षरत बालक के घर में है. सूचना पर टीम मौके पर पहुंची जहां आरोपी देवेन्द्र यादव उर्फ देवा पिता सुरजी यादव उम्र 19 वर्ष निवासी अटल आवास पेण्ड्री थाना लालबाग जिला राजनांदगांव को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर बताया कि वह रोजी मजदूरी का काम करता है और अपने साथी उमेश दुबे पिता दुलेश्वर दुबे उम्र 18 वर्ष निवासी जोगी नगर मोहारा रोड बसंतपुर एवं दो विधि से संघर्षरत बालक मिलकर आपस में एक राय होकर राहगीरों से लूटपाट करते थे. आरोपी के कब्जे से नगदी रकम, एटीएम कार्ड एवं दो नग मोबाईल फोन तथा घटना में प्रयुक्त इग्नाईटर कंपनी के मोटर सायकल को जप्त किया गया है. उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी खैरागढ़ निरीक्षक राजेश देवदास, उनि शक्ति सिंह, सउनि बिरेन्द्र चन्द्राकर, आरक्षक डुलेश्वर साहू, लक्ष्मण साहू, मणिशंकर वर्मा एवं सायबर सेल प्रभारी सउनि टैलेश सिंह, आरक्षक चन्द्रविजय सिंह, त्रिभूवन यदु, शिशुपाल साहू, जयपाल कैवत्र्य, कमलकांत साहू व सत्यानाराण साहू का सराहनीय योगदान रहा.