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आग में उजड़ा आशियाना, संत रामपाल की ‘अन्नपूर्णा मुहिम’ बनी संबल

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। ग्राम दपका में रविवार की शाम घटित दर्दनाक हादसे ने एक परिवार को बेघर कर दिया। स्व.महेश निषाद की पत्नी आशा निषाद का झोपड़ीनुमा घर अचानक आग की चपेट में आ गया। कुछ ही मिनटों में पूरा आशियाना राख में तब्दील हो गया। घर का सामान, कपड़े, अनाज सबकुछ जलकर खाक हो गया। इस हादसे से आशा निषाद और उनके तीन बच्चे भारती (16), आकाश (12) और पायल (10) बेघर हो गये। गौरतलब है कि महेश निषाद का दो वर्ष पूर्व कैंसर से निधन हो चुका है। तब से परिवार की जिम्मेदारी आशा निषाद अकेले निभा रही थी। अचानक लगी आग ने उनकी परेशानियों को और बढ़ा दिया।

संत रामपाल महाराज के अनुयायियों ने बढ़ाया मदद का हाथ

हादसे की जानकारी मिलते ही संत रामपाल महाराज के अनुयायी 10 सितम्बर को दपका पहुंचे और सरपंच सहित पीड़ित परिवार से मिलकर स्थिति का जायजा लिया। अगले ही दिन ‘अन्नपूर्णा मुहिम’ के अंतर्गत राहत सामग्री पीड़ित परिवार तक पहुंचाई गई। इस सामग्री में भोजन व राशन, बर्तन, 2 खाट व गद्दे, कपड़े, बच्चों के लिए जूते व शैक्षिक सामग्री, गैस सिलेंडर-चूल्हा और पंखा शामिल था। इस सहयोग से परिवार को बड़ी राहत मिली और बच्चों के चेहरे पर फिर से मुस्कान लौट आई।
ग्राम सरपंच केशरी कमल नेताम ने कहा कि अन्नपूर्णा मुहिम रोटी, कपड़ा, शिक्षा, चिकित्सा और मकान जैसी मूलभूत सुविधाएं जरूरतमंदों तक पहुंचा रही है। समाज को ऐसे संतों की आवश्यकता है जो वास्तव में पीड़ितों को सहयोग प्रदान कर रहे है। उपसरपंच राजेन्द्र टंडन और भूतपूर्व सरपंच पति ज्ञानचंद साहू ने भी इसे पीड़ित परिवार के लिए वरदान बताया वहीं ग्रामीणों और शिक्षकों ने भी इस प्रयास की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

Satyamev News

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