राजनांदगांव की तर्ज पर पहली बार खैरागढ़ में झांकी निकालकर किया गया गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन

गणेश प्रतिमा विसर्जन को लेकर संगीत नगरी में नई परम्परा की शुरूआत

झांकी देखने देर रात तक लगी रही लोगों की भीड़

गणेश समिति के युवकों में भी दिखा उत्साह

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. बड़े शहरों की तर्ज पर या यूं कहे राजनांदगांव की तर्ज पर खैरागढ़ में पहली बार गणेश उत्सव समितियों द्वारा सामूहिक रूप से झांकी निकालकर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया. इसके साथ ही गणेश प्रतिमा विसर्जन को लेकर संगीत नगरी में नई परम्परा की शुरूआत हुई हैं जिसे लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला, खासतौर पर नगर सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों से बड़ी संख्या में श्रद्वालु विसर्जन झांकी देखने देर रात तक डटे रहे. इनमें युवा और युवतियों की संख्या अधिक रही दूसरी ओर गणेश समितियों से जुड़े युवाओं में विसर्जन झांकी को लेकर खासा उत्साह रहा. इस दौरान पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था भी रही और अप्रिय की आशंका को लेकर जिला पुलिस के जवान शाम से लेकर अलसुबह तक मुस्तैद रहे.

नयनाभिराम चलित झांकियों ने लोगों को देर रात तक बांधे रखा

खैरागढ़ में निकली पहली बार नयनाभिराम चलित झांकियों ने दूर-दराज से पहुंचे लोगों को देर रात तक बांधे रखा, पहली बार गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन में दशहरे जैसी भीड़ जुटी और देर रात तक दुकानदारी भी चलती रही, खासतौर पर होटल व्यवसाय चमक उठा. बता दे कि इस दौरान चार समितियों द्वारा चलित झांकियों का प्रदर्शन किया जिसमें शिव पूजा, शिव बारात के साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश की सांस्कृतिक झलक देखने मिली. फतेह मैदान में विराजित खैरागढ़ के राजा के साथ शिव बारात की नयनाभिराम झांकी निकली जिसे देखने लोग डटे रहे. बस स्टैण्ड गणेशोत्सव समिति द्वारा बनाई गई झांकी में रामसेतु निर्माण के दौरान भगवान शिव के दर्शन को दिखा गया. बरेठपारा समिति द्वारा शिव पूजन व तुरकारी पारा समिति द्वारा प्रदेश के लोकपर्व की झांकी के साथ छग महतारी का दर्शन कराया गया. सभी झांकियों ने रातभर नगर भ्रमण किया जिसके बाद दूसरे दिन सुबह 8-9 बजे के बीच दाऊचौरा रपटा नदी में भगवान गणेश की प्रतिमा विसर्जित की गई.

झांकियों के साथ मंहगे डीजे भी बने आकर्षण का केन्द्र

विसर्जन के दौरान झांकियों के साथ मंहगे डीजे भी आकर्षण का केन्द्र बने रहे. झांकी के साथ ही अन्य समितियों द्वारा डीजे की धुन पर बप्पा को नगर भ्रमण कराया गया. फतेह मैदान के मुख्य द्वार पर विराजित खैरागढ़ के राजा सहित बस स्टैण्ड, टिकरापारा, गंजीपारा, जमातपारा, दाऊचौरा व देवांगनपारा की गणेशोत्सव समितियों की झांकियां मुख्य मार्ग सेे जयस्तंभ चौक होते मस्जिद चौक पहुंची वहीं एसपी नगर, धरमपुरा, ईतवारी बाजार, बरेठपारा व ठाकुरपारा की झांकिया ईतवारी बाजार होते हुये बरेठपारा के रास्ते गोलबाजार चौक पहुंची. कुछ स्थानों पर सकरी गली होने के कारण झांकी को आगे निकालने में परेशानियों का सामना भी करना पड़ा परंतु सफलतापूर्वक कार्यक्रम को संपन्न किया गया. बता दे कि नगर में पहली बार 15 समितियों द्वारा एक साथ निकाली गई झांकी में शांति बनाये रखने पुलिस प्रशासन के द्वारा बेहतर सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, नगर के चप्पे-चप्पे में पुलिस के जवान तैनात थे वहीं पुलिस अधिकारी स्वयं उपस्थित रहकर मॉनिटरिंग कर रहे थे जिसके कारण कोई घटना-दुर्घटना नहीं हुई.

डीजे के कानफोडू़ आवाज से परेशान हुये रिहायशी इलाके के लोग

एक ओर जहां गणेश विसर्जन के साथ पहली बार शुरू हुई झांकियों की आकर्षण का केन्द्र रही वहीं डीजे के कानफोड़ू आवाज से नगर के रिहायशी इलाके के लोग परेशान भी हुये. मुख्य मार्ग से निकली विसर्जन झांकी के साथ हाई फ्रीक्वेंसी साउंड के महंगे डीजे भी तेज आवाज में रिहायशी इलाकों से होकर गुजरे. जय स्तंभ चौक पहुंचने के बाद से लेकर मस्जिद चौक, गोल बाजार, बख्शी मार्ग आदि सकरे रिहायशी इलाकों में जहां नगर की सबसे अधिक आबादी निवास करती है एक साथ डीजे की तेज आवाज से यहां निवासरत लोग परेशान हुये. खासतौर पर उम्रदराज बुजुर्ग व बीमार लोगों को डीजे के कानफोड़ू आवाज से परेशानी होती रही जिसे लेकर नागरिकों का कहना है कि प्रशासन प्रतिबंधित तेज आवाज वाले डीजे तो बंद नहीं करा सकती लेकिन विसर्जन झांकी मुख्य मार्ग के इलाकों से ही निकाली जानी चाहिये जिससे सकरे रिहायशी इलाकों में रहने वाली आबादी को परेशानियों का सामना न करना पड़े.

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