येलो अलर्ट के बीच तेज बारिश से आयी बाढ़, खैरागढ़ टापू में तब्दील

Oplus_131072
Oplus_131072

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. पिछले 12 घंटों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने खैरागढ़ क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। मौसम विभाग द्वारा पहले ही येलो अलर्ट जारी किया गया था और अब हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं। आमनेर, पिपरिया और मुस्का नदियां उफान पर हैं और उनके किनारे बसे कई गांवों में पानी भर गया है। खैरागढ़ शहर का मुख्य व्यावसायिक क्षेत्र इतवारी बाजार पूरी तरह जलमग्न हो गया है, जिससे सामान्य जनजीवन पर गहरा असर पड़ा है।

शहर के निचले इलाकों में पानी घरों तक पहुंच चुका है। इतवारी बाजार में 10 फीट तक पानी भर गया है जिसके कारण सभी दुकानें बंद हैं। राजनांदगांव, दुर्ग, धमधा, रायपुर और कवर्धा को जोड़ने वाले प्रमुख मार्गों पर भी पानी भरने के कारण यातायात ठप हो गया है। वाहन शहर के बाहर ही रुके हुए हैं और सड़कें नालों में तब्दील हो गई हैं जिससे पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।

पिपरिया और मुस्का नदियों के किनारे बसे गांवों में स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है। खेतों में पानी भर गया है जिससे खरीफ फसलों को भारी नुकसान की आशंका है। कई गांवों का संपर्क मार्ग पूरी तरह से टूट चुका है, जिससे राहत और बचाव कार्यों में भी दिक्कतें आ रही हैं।

खैरागढ़ क्षेत्र में आमनेर, पिपरिया व मुस्का नदियों में आई बाढ़ के चलते निचली बस्तियां जलमग्न हो गई हैं। खासकर आमनेर नदी के किनारे बसे गांवों में खेतों में बोई गई धान, सोयाबीन सहित खरीफ फसलें बुरी तरह खराब हो गई हैं। सबसे ज्यादा नुकसान हरी साग-सब्जियों को हुआ है जिससे स्थानीय किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। एसडीएम कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, पूरे तहसील क्षेत्र में सभी पटवारियों, ग्राम सचिवों और पंचायत प्रतिनिधियों को क्षेत्र में तैनात किया गया है। नगर पंचायत की टीमें जल निकासी के कार्य में लगी हुई हैं। साथ ही आपदा प्रबंधन के लिए कंट्रोल रूम को सक्रिय कर दिया गया है।

प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और जलमग्न क्षेत्रों में जाने से परहेज करें। किसी भी आपात स्थिति में कंट्रोल रूम या नजदीकी प्रशासनिक अधिकारी से तुरंत संपर्क करने की सलाह दी गई है। बहरहाल खैरागढ़ इलाके में रुक-रुक कर अभी भी बारिश हो रही है जिसके कारण रात में बाढ़ का खतरा और अधिक बढ़ सकता है।

Exit mobile version