बुंदेली में झोलछाप चिकित्सकों का आतंक, प्रशासनिक लचरता की वजह से फल फूल रहा अवैध कारोबार

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से कई मरीजों के मौत के मामले लगातार सामने आते रहते हैं। खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के हर गांव में झोलाछाप डॉक्टर धड़ल्ले से अपनी दुकान चला रहे हैं और प्रशासनिक कार्यवाही न होने से इन झोलाछाप डॉक्टरों के हौसले बुलंद हैं। मरीजों से मनमानी फ़ीस वसूल कर ये झोलाछाप उनकी जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। जानकारी अनुसार जिले के छुईखदान विकासखंड के ग्राम बुंदेली में 5 से 6 झोलाछाप डॉक्टर हैं जो सालों से गांव में बकायदा क्लीनिक खोलकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
बिना किसी वैध डिग्री के चला रहे दवाखाना और मेडिकल स्टोर्स

जिले में बिना किसी वैध डिग्री के मेडिकल क्लिनिक और मेडिकल स्टोर्स का संचालन किया जा रहा है इसमें दवाखाना के नाम पर बता दे चीर-फाड़ व आपरेशन जैसे काम भी किया जा रहे हैं। खबर के मुताबिक कमल नारायण जंघेल द्वारा बिना किसी वैध डिग्री के मेन रोड के ऊपर बकायदा बोर्ड लगाकर क्लिनिक का संचालन किया जा रहा है

और मरीजों को इंजेक्शन लगाना, बॉटल चढ़ाना, खून जांच करना समेत कई प्रकार के इलाज कर रहे हैं। इतना ही नहीं खुद को पेशेवर डॉक्टर बताने वाले महाशय अपने दवाखाना के बाजू में दवाई की दुकान भी चलाते है जहां हर किस्म की दवाईयां बेची जा रही हैं और मनमानी कीमतों पर दवाई की बिक्री भी हो रही है। कुल मिलाकर इस तरह के झोलाछाप गांव के भोले भाले लोगों का इलाज करने के बहाने उनसे मनमानी वसूली कर रहे है और अगर इनकी दवा से किसी मरीज की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तो हाथ खड़े कर देते हैं जिससे कई बार मरीज की मौत भी हो जाती है। मामले को लेकर छुईखदान बीएमओ मनीष बघेल का कहना है अभी तक ऐसा मामला मेरी जानकारी में नहीं आया शिकायत मिली है तो इस मामले में उच्च अधिकारियों से चर्चा कर जल्द ही उक्त झोलाछाप डॉक्टरों पर उचित कार्यवाही की जाएगी।