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मीरा बाई चौक तोड़फोड़ मामले में कांग्रेस ने की पत्रकार वार्ता

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. मीरा बाई चौक में तोड़फोड़ मामले को लेकर विरोध कर रही कांग्रेस ने पत्रकार वार्ता कर मामले से जुड़े तथ्यों को सामने रखा और आरोप लगाया कि नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारी जनता को गुमराह कर रहें है। इसके साथ ही वार्ता में कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि चौक को गलत तरीके से तोडना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है और पालिका की मनमानी के चलते शासन की लाखों की राशि का दुरूपयोग हुआ है।

विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन ने कहा कि मीरा बाई चौक मामले में हमने कड़ा विरोध दर्ज कराया और प्रशासन को दो दिन की मोहलत दी थी पर कुछ नहीं हुआ। मीरा बाई चौक को इस तरह हटाना गलत और गंभीर अपराध है। 17 मार्च 2025 को जो पीआईसी की बैठक हुई उसमें एजेंडा नंबर 4 के बिंदु में स्थल चयन का कोई जिक्र नहीं है। नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा नगरवासियों और मीराबाई के अनुयायियों को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। पीआईसी की बैठक को लेकर नगर पालिका द्वारा जारी एजेंडा पत्रक को भी वार्ता में सार्वजनिक किया गया जिसमें अटल परिसर निर्माण के दर स्वीकृति को लेकर एजेंडा तय था। श्री देवांगन ने कहा कि स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी भारत रत्न है और हम सभी उनका सम्मान करते है पर क्या पूरे खैरागढ़ में नगर पालिका को उनकी मूर्ति स्थापित करने के लिए कोई जानकारी नहीं थी और खैरागढ़ में अटल जी की मूर्ति के लिये कोई बेहतर जगह नहीं मिली। मीरा बाई क्षत्रिय राजपूत थी तो क्या ये राजपूत समाज का अपमान नहीं है क्या ये क्षत्रियों का अपमान नहीं है। क्या ये राष्ट्रीय संत और विश्व की महान कवियत्री मीरा बाई का अपमान नहीं है।
देवांगन ने कहा कि वहां पर हरे भरे वृक्ष भी काटे गए है। एक तरफ ठेकेदार को टेंडर दिया जाना दूसरी तरफ नगर पालिका के कर्मचारी द्वारा मीरा बाई चौक को तोड़ा जाना पूरी तरह गलत और सुनियोजित है। मीरा बाई चौक के नाम से पूर्व में लाखों रुपए का नगर पालिका में आहरण हुआ है। भगवान श्री कृष्ण के नाम से कृष्ण कुंज टिकरापारा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यकाल में शुरू किया गया वो बंद है। भाजपा ने श्री कृष्ण का अपमान किया और अब उनकी अनन्य भक्त माता मीरा बाई का अपमान किया जा रहा है। लेकिन हम सड़क से लेकर कोर्ट तक इसकी लड़ाई लड़ेंगे। हम क्षत्रिय, यदुवंशियों और आम जनता को साथ लेकर बड़ा आंदोलन करेंगे। ये सिर्फ खैरागढ़ ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ और भारत देश में मीरा बाई को मानने वाले लाखों लोगों का अपमान है। जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।

पालिका उपाध्यक्ष अब्दुल रज्जाक खान ने कहा कि पीआईसी की बैठक में स्थल चयन को लेकर ना कोई बिंदु था ना कोई चर्चा हुई, सीएमओ नरेश वर्मा सरासर झूठ बोल रहे। अटल परिसर के स्थल चयन का बैठक में कोई उल्लेख ही नहीं है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष भीखमचंद छाजेड ने बताया कि सिर्फ दर अनुमोदन की चर्चा हुई थी। पूर्व में हुई बैठक में जब स्व.राजा देवव्रत सिंह की मूर्ति स्थापना को लेकर चर्चा हुई थी तो ये प्रस्ताव हुआ था कि मीरा बाई की वहां पर मूर्ति स्थापित है इसलिए अन्य स्थल पर उनकी मूर्ति स्थापित की जाएगी और सभी की सहमति और आम जनमानस की भावनाओं के अनुरूप दुर्गा चौक में स्व.देवव्रत सिंह की मूर्ति स्थापित की गई। पीआईसी की बैठक में जब मीराबाई चौक को तोड़ने और अटल परिसर बनाने को लेकर चर्चा नहीं हुई तो यह साफ है कि सीएमओ ने मनमानी की है। पालिका के नेता प्रतिपक्ष दीपक देवांगन ने कहा कि सीएमओ नरेश वर्मा जब से यहां आए है कोई काम नहीं हो रहा है केवल अपनी मनमानी कर रहे हैं।उनका काम खैरागढ़ की जनता के हित में सही नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद व पूर्व सभापति पुरुषोत्तम वर्मा ने कहा कि बीते 14 अप्रैल को संविधान निर्माता डॉ.भीमराव अंबेडकर की जयंती पर राष्ट्रीय पर्व के दिन सीएमओ ने मनमानी करते हुये मीराबाई चौक को तुड़वा दिया। एक साल पहले ही नगर पालिका द्वारा लाखों रुपए खर्च कर मीरा बाई चौक में रंग रोगन किया गया था। भाजपा के लोग कहते हैं कि वह रामकृष्ण के भक्त हैं लेकिन अनन्य कृष्ण भक्त और राष्ट्रीय संत कवयित्री मीरा बाई की मूर्ति को उपेक्षित कर हटाना और संगीत नगरी के एक सुंदर चौक को जेसीबी से बेदर्दी के साथ तोड़ना भाजपा राज में कितना सही है। यह अन्याय है और इसके विरुद्ध 21 के बाद बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

Satyamev News

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