जिला शिक्षा अधिकारी परिचर्चा में हुये शामिल
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. रानी रश्मि देवी सिंह शासकीय महाविद्यालय खैरागढ़ में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा सात दिवसीय विशेष शिविर समीपस्थ ग्राम कटंगी खुर्द में संचालित हो रहा है. पहले दिन शिविर के शुभारंभ उपरांत दूसरे दिन की बौद्धिक परिचर्चा खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के जिला शिक्षा अधिकारी फत्तेराम कोसरिया के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुई. श्री कोसरिया ने शिविर के स्वयंसेवकों को शुभकामना देते हुए कहा कि मानव जीवन बहुत ही बड़ा और बहुत ही संघर्षमय है. अच्छे कर्म करने से ही जीवन सफल होता है कर्म ही व्यक्ति की पहचान होती है. उन्होंने कर्म के साथ स्वस्थ्य चिंतन पर भी ध्यान केंद्रित किया और विद्यार्थियों को सलाह दी कि सदैव अपने गुरुजनों की बातों का अनुसरण करें. उन्होंने जीवन में आत्मानुशासन के महत्व को बताया गया और कहा कि संगठन में ही शक्ति है शिक्षित समाज से ही स्वस्थ एवं स्वच्छ राष्ट्र का निर्माण होता है. प्रकृति से प्रेम करने से ही हमारा भविष्य सुरक्षित रहेगा. महाविद्यालय के सहा.प्राध्यापक एसके आडवाणी ने कहा कि पूरे लगन और निष्ठा के साथ कार्य करने से ही हमें सफलता मिलती है सभी स्वयंसेवक इस सेवा कार्य को इस तरह से करें कि आने वाले समय में इसे याद रखा जाए. राष्ट्रीय सेवा योजना में समय का महत्व सर्वोपरि है. उद्बोधन की अगली कड़ी में स.प्रा. मुकेश कुमार वाधवानी ने कहा कि एनएसएस की जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इस शिविर में स्वयं सेवक एक दूसरे से बहुत कुछ सीखते हैं. लक्ष्य हासिल करने के दो मूलमंत्र होते हैं पहला मेहनत और दूसरा आत्मानुशान. इससे पूर्व अतिथियों के स्वागत में लीना वर्मा और गौरी यदु ने गीत प्रस्तुत किया. अंत में आभार प्रदर्शन करते हुए कार्यक्रम अधिकारी व स. प्रा. यशपाल जंघेल ने कहा कि यह विशेष शिविर विद्यार्थियों के बहुआयामी व्यक्तित्व के विकास में महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा. कार्यक्रम का संचालन बीए द्वितीय वर्ष के छात्र गिरवर साहू ने किया. इस बौद्धिक परिचर्चा में विशिष्ट अतिथि के रूप में शास.उ.मा.शाला जंगलपुर के प्राचार्य सीताराम पाल, प्राथमिक शाला कटंगी खुर्द के प्र.पाठक बीआर वर्मा, पू.मा.शाला के प्र.पाठक राजकुमार बेरवंशी, शिक्षक पुरुषोत्तम पटेल के साथ ग्राम के भुवन राम, रतमल पटेल, दशमत पटेल, तीजन बाई यादव व किसलाल सहित एनएसएस शिविर के दलनायक टिकेंद्र वर्मा उपदलनायक ताम्रध्वज वर्मा के साथ 45 स्वयंसेवक एवं बड़ी संख्या में ग्रामवासी मौजूद रहें.