बिना प्रस्ताव मीराबाई चौक तोड़ने पर नागरिकों में आक्रोश, जिला प्रशासन से की गई कार्रवाई की मांग

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. मीराबाई चौक को नगर पालिका अधिकारी द्वारा बिना किसी प्रस्ताव या जनसहमति के तोड़फोड़ किए जाने को लेकर संगीत नगरी खैरागढ़ में आक्रोश व्याप्त है। मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर को हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन सौंपकर मुख्य नगर पालिका अधिकारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है। बताया गया कि 14 अप्रैल को बाबा साहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर की जयंती के दिन नगर पालिका अधिकारी ने बिना किसी वैधानिक प्रस्ताव या नगरवासियों की सहमति के मीराबाई चौक में स्थापित श्रीकृष्ण भक्त और राष्ट्रीय कवयित्री मीराबाई की प्रतिमा को हटाने के साथ ही हरे-भरे वृक्षों को भी बेरहमी से काट दिया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मीराबाई चौक पुनः स्थापित करने और दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही करने की माँग को लेकर नगर में हस्ताक्षर अभियान चलाया जिसमें हजारों नागरिकों ने अपना समर्थन दिया। कांग्रेस ने महिला कांग्रेस और युवा कांग्रेस के नेतृत्व में अलग-अलग चरणों में विरोध कार्यक्रम आयोजित करने तथा अंततः प्रदेश स्तर के नेताओं के साथ विशाल जनआंदोलन छेड़ने की घोषणा की है।
आंदोलन को मिला यादव और राजपूत समाज का समर्थन
इस आंदोलन को विशेष रूप से भगवान श्रीकृष्ण के वंशज माने जाने वाले यादव समाज का पूर्ण समर्थन प्राप्त हुआ है। यादव समाज ने न केवल इस आंदोलन के विचारों और उद्देश्यों का समर्थन किया है बल्कि जमीनी स्तर पर सक्रिय भागीदारी भी निभाई है वहीं राजपूत क्षत्रिय समाज ने भी इस आंदोलन को खुलकर समर्थन दिया है। नगरवासियों का कहना है कि यह आंदोलन केवल राजनीतिक लड़ाई नहीं है बल्कि नगर पालिका अधिकारी के निरंकुश रवैये और शासकीय संपत्ति के दुरुपयोग के खिलाफ जनता का स्वाभिमानी संघर्ष है। आंदोलन के संयोजक एवं विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन ने ज्ञापन सौंपने के उपरांत कहा कि नगर की आस्था से जुड़े जनहित के इस महत्वपूर्ण विषय पर यदि प्रशासन समय रहते उचित कार्रवाई नहीं करता है और जनता की भावनाओं का सम्मान नहीं करता तो कांग्रेस पार्टी द्वारा नियोजित चरणबद्ध आंदोलन निरंतर जारी रहेगा। ज्ञापन सौंपने के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुनील पांडे, एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष सुमित जैन, पार्षद दिलीप लहरे, पुरुषोत्तम वर्मा, शेखर दास वैष्णव, अंकित चोपड़ा, महेश यादव, संत निषाद, अल्ताफ अली, सूर्यकांत यादव, चंद्रशेखर वर्मा, रामकुमार जांगड़े, भूपेंद्र वर्मा, रामगोपाल वर्मा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।