पालिका के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने 6 सूत्रीय मांग को लेकर कलेक्टर से लगाई गुहार

निकाय से वेतन भुगतान व ई.पी.एफ. राशि सहित मांगे पूरी करने किया आग्रह
पूर्व में निकाय से होता था वेतन भुगतान अब ठेकेदार द्वारा किया जा रहा भुगतान
पालिका के दैनिक वेतन भोगियों का जीवन अधर में, मृत्यु के बाद भी कोई लाभ नहीं
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. नगर पालिका के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने अपनी 6 सूत्रीय मांग को लेकर कलेक्टर से गुहार लगाई है। कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे पालिका के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने अपनी मांग को लेकर इससे पहले मुख्य नगर पालिका अधिकारी को भी मांग पत्र सौंपा है लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कर्मचारियों की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। कर्मचारियों ने बताया कि पहले उनके वेतन का भुगतान व ई.पी.एफ. राशि कटौती नियमानुसार नगर पालिका से की जा रही थी लेकिन अब कर्मचारियों को बिना सूचना दिये ठेकेदार के खाते से वेतन भुगतान किया जा रहा है और ई.पी.एफ. की राशि जमा नहीं की जा रही। अपनी पीड़ा लेकर ज्ञापन सौंपने पहुंचे बलराम यादव, संजय यादव, तुलुराम पाल, प्रेमलाल यादव, राजेन्द्र यदु, सत्येन्द्र पटेल, पवन वर्मा, दिनेश यदु, शिव कुमार यदु, रोहित यदु, साधु यदु, जुगरू वर्मा, योगेश कुमार यदु, गिरधर यदु, राम लखन पटेल, पवन यदु, अशोक वर्मा, रोहित यादव, गणेश यादव, सुरेश यादव, कृष्णा निषाद सहित कर्मचारियों ने बताया कि नगर पालिका द्वारा उन्हें बिना जानकारी दिये पूर्व पदस्थ नगर पालिका अधिकारी द्वारा ठेकेदार अथर्व एसोसिएट्स का दूसरा खाता खुलवाकर ठेकेदार के माध्यम से वेतन भुगतान कर ई.पी.एफ. की राशि जमा नहीं की जा रही है जो कि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के हित में नहीं है और नियम विरूद्ध है। परेशान कर्मचारियों ने बताया कि इस विषय को लेकर नगर पालिका के अधिकारी से संपर्क करने पर कहा गया कि आप निकाय के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हैं केवल ई.पी.एफ. की राशि खाता खोलने के लिये ठेकेदार से वेतन भुगतान करवाया जा रहा है। लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि ऐसी स्थिति में सभी कर्मचारी नगर पालिका निकाय के नहीं बल्कि ठेकेदार के कर्मचारी हुये जबकि सभी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी लेबर कोर्ट के आदेश के बाद दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रूप में निकाय में कार्यरत हैं। लेकिन कर्मचारियों को वेतन भुगतान व ई.पी.एफ. राशि की कटौती ठेकेदार द्वारा कराये जाने से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय है। अपनी मांगो को लेकर कर्मचारियों ने जिले के संवेदनशील जिलाधीश चंद्रकांत वर्मा से मांग की है कि पूर्व में कांटे गये ई.पी.एफ. की राशि ई.पी.एफ. निकाय द्वारा खोले गये खाता में जमा कराये। वरिष्ठता के आधार पर ई.पी.एफ. पेंशन योजना का लाभ मिलता है। लेकिन वर्तमान में नहीं मिल पायेगा जब तक यह राशि तत्काल जमा नहीं करायी जाती। पूर्व में ई.पी.एफ. की राशि काटी गयी है लेकिन जमा कराये कहे जाने पर राशि नहीं है कहा जाता है।
पच्चीसों साल काम व मृत्यु के बाद भी कर्मचारियों को नहीं मिल रहा है कोई लाभ
अपनी मांग को लेकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने बताया कि नगर पालिका में कार्यरत सभी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी लगभग 15 से 25 वर्ष से निकाय में निष्ठापूर्वक कार्यरत है लेकिन किसी को भी स्थाई सेवा का लाभ नहीं मिल पाया है वहीं निकाय में दैनिक वेतन भोगी के रूप में कार्यरत रहे दुर्गा यादव, संतराम यादव, अदीप रजक, दिलीप यादव को मृत्यु पश्चात् कुछ भी लाभ नहीं मिला है जबकि शासन के नियमों के मुताबिक दिवंगत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के परिवार को उचित लाभ मिलना था। यह विडंबना ही है कि शासन द्वारा किसी प्रकार का लाभ दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नहीं मिल रहा है जो कि उन्हें जायज तौर पर मिलना चाहिये।