एसपी अंकिता शर्मा के नेतृत्व में नवगठित केसीजी जिला पुलिस को सायबर क्राईम में मिली अप्रत्याशित सफलता

दिल्ली से 45 लाख की ठगी करने वाले हाईटेक गिरोह का पर्दाफाश
सायबर फ्रॉड के तीन आरोपियों को खैरागढ़ पुलिस ने किया गिरफ्तार
प्रदेश में पहली बार ठगी की गई राशि की सौ फीसदी हुई रिकवर
पत्रवार्ता में एसपी ने बताई गिरोह के भंडाफोड़ की रोचक कथा-व्यथा
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. एक करोड़ रूपये का लोन दिलाने के नाम पर नगर के एक कपड़ा व्यवसायी से 44 लाख 56 हजार 47 रूपये का ठगी करने वाले 3 आरोपियों को खैरागढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी अनुसार सायबर ठगी का शिकार हुये जियाउल हक असरफी पिता मो.अजिउल हकीम उम्र 40 वर्ष निवासी ईतवारी बाजार खैरागढ़ ने बीते 8 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि इंडिया बुल्स नामक कंपनी के द्वारा 14 जनवरी 2021 से लगातार 1 करोड़ रूपये लोन दिलाने का झांसा देकर तथा बाद में रूपये वापस दिलाने के नाम पर दिल्ली क्राईम ब्रान्च बनकर विभिन्न बैंको के अलग-अलग खातों में कुल रकम 44 लाख 56 हजार 47 रूपये जमा कराकर ठगी किया गया. प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना खैरागढ़ में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 420 भादवि 66(डी) आईटी एक्ट कायम किया गया.

बलेनो कार और मोबाईल नंबर से पकड़े गये शातिर ठग
एसपी अंकिता शर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुये स्वयं संज्ञान लेकर 7 अज्ञात आरोपियों के मोबाईल नंबर का लोकेशन एवं पता का विश्लेषण कर जिले के अनुभवी एवं योग्य पुलिस अधिकारियों का एएसपी नेहा पांडेय एवं एएसडीओपी लालचंद मोहले के मार्गदर्शन में उपपुलिस अधीक्षक राजेश साहू के नेतृत्व में उनि सतीश पुरिया, सउनि विरेन्द्र चन्द्राकर, प्रआर आशीष वर्मा, आरक्षक शिशुपाल साहू, सत्यनारायण साहू की टीम को नई दिल्ली रवाना किया गया जहां आरोपियों के द्वारा बड़ी चालाकी से दिल्ली के भीड़-भाड़ इलाके में कार पार्क कर बैलेनो कार को कॉल सेन्टर बनाकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे. एसपी सुश्री शर्मा ने बताया कि पुलिस टीम के द्वारा तीन अलग-अलग मोबाईल नंबर का लगातार लोकेशन लिया जा रहा था पर कुछ समय बाद मोबाईल के बंद होने से पुलिस को खोजबीन में परेशानियों का सामना करना पड़ा. पतासाजी के दौरान आरोपियों के द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले बलेनो कार क्र.डीएल 4 सीएजेड 2695 का पीछा किया और शंका होने पर पुलिस की व्हीकल आईडेन्टी सिस्टम की सहायता से कार से जुड़ी हुई नंबर का लोकेशन प्राप्त कर कार की घेराबंदी कर आरोपियों को पकड़ा गया.

तीन आरोपी मिलकर चला रहे थे ठगी का गिरोह
एसपी अंकिता शर्मा ने बताया कि तीन आरोपी मिलकर लोगों को ठगने की नियत से गिरोह का संचालन कर रहे थे और इस दिशा में उक्त ठग गिरोह को लगातार सफलता भी मिलती जा रही थी. आरोपी पढ़े-लिखे होने के साथ ही बेहद शातिर है और सायबर क्राईम को लेकर ये हुनरबाज भी हैं. आरोपियों में मुख्य आरोपी शिवबहादूर पाल पिता श्यामलाल पाल उम्र 29 साल निवासी ग्राम डोमनपुर पोष्ट वारिकला जिला प्रतापगढ़, फरोज अहमद पिता मोहम्मद करीम उम्र 26 साल निवासी बेलादेवी मंदिर प्रतापगढ़ तथा दिलीप कुमार पिता अमृतलाल उम्र 30 वर्ष निवासी दुर्गालाल को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों के कब्जे से 12 नग मोबाईल फोन सहित नगद राशि 8 लाख 52 हजार, सोने की चैन 1 लाख 30 हजार, बलेनो कार 7 लाख, प्रॉपर्टी का कागजात 27 लाख इस तरह कुल 43 लाख 62 हजार रूपये का सामान बरामद किया गया है. पहले पुलिस की टीम उत्तम नगर इलाके पहुंची थी जहां मोबाईल का लोकेशन लेकर आरोपियों तक पुलिस सफलता से पहुंच पायी. आरोपी सुबह 10:30 से 4:30 बजे तक कार्यालयीन समय अवधि में अपने गिरोह का संचालन करते थे और अब तक 50 से अधिक लोगों को अपने झांसे में फंसा चुके हैं. आरोपियों में दिलीप कुमार इससे पहले भी धोखाधड़ी के मामले में जेल जा चुका है. ज्ञात हो कि पहली बार साइबर ठगी के अपराध में पुलिस द्वारा राशि 100 प्रतिशत बरामदगी की गई. उक्त प्रकरण में तकनीकी कार्य के लिये केसीजी साइबर से सउनि टैलेश सिंह, सउनि मुक्तेश्वर पुरी गोस्वामी, आरक्षक चन्द्रविजय सिंह, जयपाल केवट, त्रिभुवन यदु, कमलकांत साहू, विकास सिंह, गंगासिंह वर्मा, राकेश साहू, बुधेश्वर टोन्ड्रे व रमलेश मंडावी की महत्वपूर्ण भूमिका रही.