
रबी फसल की उपज बोने तैयारी में जुटे किसान
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. अगहन का महीना लगते ही जिले में ठंड बढ़ने लगी है और इसके साथ ही केसीजी में धान कटाई का कार्य भी तेज हो गया है। दीपावली पर्व के बाद गुलाबी ठंड में कुछ किसानों का अर्ली वैरायटी (हरुना) धान पककर तैयार था जिसके कारण किसानी कार्य में तेजी नहीं आ पायी थी परंतु अगहन माह लगते ही सभी किसानों के धान लेट वैरायटी (माई धान) की फसल भी पककर तैयार हो गई है जिसके बाद किसानी कार्य में तेजी देखने को मिल रही है। आलम यह है कि किसान घर से खेत-खलिहान तक इन दिनों काफी व्यस्त हो गए हैं। फसल की कटाई के बाद धान की खेप धान खरीदी (उपार्जन) केंद्र तक भी तेजी से पहुंचाई जा रही है। वर्तमान में लगभग आधे से अधिक किसान अपने धान फसल की कटाई कर चुके हैं वहीं कई किसानों का धान उपार्जन केन्द्र में बिक भी चुका है। ठंड के बढ़ते ही किसानी कार्य में तेजी देखने को मिल रही है, अलबत्ता अभी भी धान कटाई कराने खेतों में मजदूरों का टोटा बना हुआ है। किसान अलसुबह से देर रात तक खेतों में पहुंचकर हारवेस्टर सहित अन्य मशीनों के माध्यम से धान कटाई का कार्य करने में जुटे हुये हैं। जिले के कुछ प्रगतिशील किसान ऐसे भी हैं जो खरीफ फसल के कटने के तुरंत बाद रबी फसल की तैयारी भी शुरू कर दिये हैं और जिले में बहुत आयात में बोई जाने वाली रबी फसल के रूप में चना और गेंहू सहित अन्य दलहन व तिलहन फसलों की बुआई की जा रही है।
ज़िले के धान उपार्जन केंद्रों में अब तक 17556 किसानों ने बेचा 945438 क्विंटल धान
जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिये समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन का कार्य तेज गति से चल रहा है। वर्तमान में जिले के 51 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 17556 किसानों से 945438 क्विंटल धान की ख़रीदी की जा चुकी है वही किसानों को 21800.10 लाख रूपये की राशि का भुगतान किया जा चुका है। धान खरीदी के लिए जिले के नोडल अधिकारी आलोक शर्मा ने बताया कि किसानों से लिंकिंग के माध्यम से 7887.39 लख रुपए की राशि वसूली जा चुकी है वहीं 30170 क्विंटल धान अलग-अलग समितियों से परिवहन भी हो चुका है। बताया जा रहा है कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन में नये बारदाने, पुराना जुट बारदाना व पीडीएस बारदानों सहित किसानों के बारदानों का प्रयोग किया जाना है। इस वर्ष कृषक अपने अच्छे जूट बारदाना का प्रयोग धान विक्रय में कर सकते हैं। इसके लिए किसानों को प्रति बारदाना 25 रूपये का भुगतान किया जायेगा। जिले में धान सुचारू रूप से उपार्जन के लिये पर्याप्त मात्रा में बारदाने की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न माध्यम से की गई है।