जिला मुख्यालय खैरागढ़ में शुरू हुआ डायलिसिस उपचार, गुर्दा रोग से पीड़ित मरीजों को मिलेगी राहत


सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के नागरिकों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक बड़ी और बहुप्रतीक्षित सौगात सामने आई है। सिविल अस्पताल खैरागढ़ में तीन बिस्तरों वाली आधुनिक डायलिसिस यूनिट के शुरू होने से अब गुर्दा (किडनी) रोग से पीड़ित मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही उपचार की सुविधा उपलब्ध हो रही है। इस पहल से न केवल मरीजों को राहत मिली है बल्कि उन्हें डायलिसिस जैसे महंगे और नियमित उपचार के लिए अन्य जिलों या निजी अस्पतालों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। सिविल अस्पताल परिसर में स्थापित इस डायलिसिस यूनिट में तीन अत्याधुनिक डायलिसिस मशीनें लगाई गई हैं। जानकारी के अनुसार डायलिसिस सेवा का औपचारिक संचालन मार्च 2025 से प्रारंभ किया गया है जिसके अंतर्गत प्रतिमाह औसतन 30 डायलिसिस सत्र किए जा रहे हैं। इससे पूर्व 12 फरवरी 2025 से अब तक कुल 17 मरीजों को डायलिसिस सुविधा प्रदान की जा चुकी है। वर्तमान समय में 9 मरीज नियमित रूप से इस सेवा का लाभ ले रहे हैं और उनका उपचार खैरागढ़ में ही किया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार इस डायलिसिस यूनिट का मुख्य उद्देश्य जिले के मरीजों को सुरक्षित, सुलभ एवं गुणवत्तापूर्ण उपचार उपलब्ध कराना है। यूनिट में आधुनिक चिकित्सा उपकरणों के साथ-साथ प्रशिक्षित चिकित्सकीय एवं पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है जिससे मरीजों को बेहतर देखभाल और मानक उपचार सुनिश्चित हो सके। डायलिसिस सुविधा के शुरू होने से जिले के नागरिकों के समय और आर्थिक बोझ में उल्लेखनीय कमी आई है। पहले जहां मरीजों को राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर जैसे बड़े शहरों में बार-बार जाना पड़ता था वहीं अब उन्हें अपने ही जिले में यह सुविधा उपलब्ध हो रही है। इससे मरीजों के साथ-साथ उनके परिजनों को भी बड़ी राहत मिली है।
डायलिसिस से संबंधित मरीज या हितग्राही मितानिन स्वास्थ्य कार्यकर्ता के माध्यम से अथवा स्वयं सिविल अस्पताल खैरागढ़ पहुंचकर जांच, पंजीयन एवं उपचार से जुड़ी आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह पहल जिले में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है जिसका लाभ आने वाले समय में और अधिक मरीजों को मिलेगा।