जिला कांग्रेस में अंदरूनी गुटबाजी हावी, जिला अध्यक्ष गजेंद्र ठाकरे ने दिया इस्तीफा

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. जिला कांग्रेस केसीजी में अंदरूनी गुटबाजी चरम पर है और इसी गुटबाजी से परेशान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष गजेंद्र ठाकरे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जिला अध्यक्ष श्री ठाकरे ने अपना इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज को प्रेषित किया है। इस घटना के बाद जिला स्तर पर कांग्रेस में चल रही अंदरूनी कलह अब पर्दे के पीछे नहीं रह गई। जिला अध्यक्ष गजेंद्र ठाकरे ने पद से इस्तीफा देकर केसीजी कांग्रेस खेमे में चल रही तमाम अंदरूनी कलह को सामने लाकर रख दिया है। ज्ञात हो कि खैरागढ़, छुईखदान, गंडई ही नहीं साल्हेवारा और मुढ़ीपार सहित जिले के अन्य बड़े राजनीतिक क्षेत्रों में जिला स्तर पर कांग्रेस में अंदरुनी रस्साकशी प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता में विदाई के साथ ही शुरू हो गई थी। अब जिले में संगठन शक्ति के मुख्य स्रोत में काबिज श्री ठाकरे ने जिला स्तर पर कार्य करने अपनी असमर्थता जाहिर की है और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को भेजे पत्र में ‘व्यक्तिगत एवं पारिवारिक कारणों’ का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस से जुड़े जानकार बता रहे है कि यह लंबे समय से संगठन में चल रही खींचतान और तकलीफ का ही परिचायक है क्योंकि यह बात सार्वजनिक है कि सत्ता से विदाई की बाद कांग्रेस में अंतरकलह और गुटबाजी चरम पर है। जिले के तीन अहम बड़े क्षेत्र में से एक छुईखदान ब्लॉक के वनांचल में स्थित ग्राम रामपुर निवासी गजेंद्र ठाकरे को जब खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला कांग्रेस की कमान सौंपी गई थी तब से ही संगठन में दखल रखने वाले जिले के कुछ बड़े नेता उनके चयन से नाखुश थे और लगातार ठाकरे को कमजोर करने की कोशिश की जाती रही है। यह बात भी जाहिर है कि श्री ठाकरे ने हरसंभव कोशिश की कि तीनों क्षेत्रों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एक मंच पर लाया जाए लेकिन हमेशा राजनीतिक महत्वाकांक्षा इसके आढ़े आती गई। बहरहाल ठाकरे का इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस कमेटी से अब तक मंजूर नहीं हुआ है लेकिन उनके स्थिति के बाद विरोधी खेमा अपने निज दुलारो को पद दिलाने जुट गए हैं वहीं जिला कांग्रेस का एक बड़ा धड़ा अभी भी सरल, सहज एवं सौम्य स्वभाव के ठाकरे के साथ ही खड़ा है।

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