जालबांधा पंचायत सचिव पर भ्रष्टाचार और लापरवाही के आरोप

सत्यमेव न्यूज के लिए मनोहर सेन जालबांधा। ग्राम पंचायत जालबांधा के ग्रामीणों ने पंचायत सचिव दुलार कोसरे पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके स्थानांतरण की मांग की है। ग्रामीणों ने जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौंपकर बताया कि पंचायत सचिव पिछले 16 वर्षों से इसी पंचायत में पदस्थ हैं लेकिन न तो मुख्यालय में निवास करते हैं और न ही समय पर कार्यालय खोलते-बंद करते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जन्म-मृत्यु पंजीयन, विवाह पंजीयन, राशन कार्ड में नाम जोड़ने या निराश्रित पेंशन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए लोगों को कई दिनों तक भटकना पड़ता है। कई निराश्रित पेंशन प्रकरण तो एक साल से अधिक समय से लंबित पड़े हैं।ग्रामवासियों ने आरोप लगाया कि पंचायत सचिव और सरपंच की मिलीभगत से पंचायत की आय और शासन से प्राप्त राशि का दुरुपयोग हो रहा है। पंचायत की आय का स्रोत बाजार नीलामी और 40 से अधिक दुकानों के किराए से सालाना लगभग 6 लाख रुपये है लेकिन पिछले 15 वर्षों में इसका सही उपयोग नहीं हुआ। ग्राम सभा में आय-व्यय का ब्यौरा तक प्रस्तुत नहीं किया गया और न ही नियमित रूप से ग्राम सभा का आयोजन हुआ। ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि पंचायत में करोड़ों की राशि आने के बावजूद कई गालियां अब भी कीचड़ और जलभराव से जूझ रही हैं। इससे स्पष्ट होता है कि राशि का फर्जी तरीके से आहरण कर निजी उपयोग में लिया जा रहा है। ग्रामीणों ने जिला पंचायत सीईओ से मांग की है कि पंचायत सचिव दुलार कोसरे की जांच कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए और तत्काल अन्य पंचायत में स्थानांतरण किया जाए। इस दौरान खैरागढ़ विधायक प्रतिनिधि रिंकू गुप्ता, मनोज बंजारे, कामता प्रसाद, प्रदीप सिन्हा, अजय बंजारे, मुकेश, विकास सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

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