
महात्मा गांधी के विचारों के संकल्प के साथ सत्ता की राजनीति पर तीखा प्रहार

कांग्रेसजनों ने याद दिलाया आज़ादी से संविधान तक का संघर्ष
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 141वां स्थापना दिवस रविवार को खैरागढ़ के राजपूत क्षत्रिय भवन में जिला कांग्रेस कमेटी केसीजी द्वारा पूरे राजनीतिक तेवर और वैचारिक दृढ़ता के साथ मनाया गया। संयुक्त ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं ने न सिर्फ पार्टी के गौरवशाली इतिहास को याद किया बल्कि वर्तमान सत्ता की नीतियों पर भी परोक्ष लेकिन तीखे शब्दों में प्रहार किया। कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम से लेकर संविधान निर्माण तक कांग्रेस की केंद्रीय भूमिका को रेखांकित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस केवल चुनावी दल नहीं बल्कि उस विचारधारा का नाम है जिसने देश को आज़ादी दिलाई और लोकतंत्र की नींव रखी। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के पूर्व अध्यक्ष नवाज खान ने दो टूक शब्दों में कहा कि कांग्रेस की स्थापना किसी सत्ता की लालसा के लिए नहीं बल्कि देश को गुलामी से मुक्त कराने के संकल्प के साथ हुई थी। उन्होंने कहा कि गांधी के सत्य, अहिंसा और समानता के सिद्धांत कांग्रेस की आत्मा हैं और इन मूल्यों से समझौता करना कांग्रेस की राजनीति नहीं हो सकती। अध्यक्षीय उद्बोधन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष कोमल दास साहू ने कहा कि आज देश जिन संवैधानिक अधिकारों पर गर्व करता है वे किसी उपहार का परिणाम नहीं बल्कि कांग्रेस नेताओं के लंबे संघर्ष की देन हैं। उन्होंने कहा कि जब-जब लोकतंत्र और संविधान पर खतरा आया है कांग्रेस सबसे पहले सड़क से संसद तक खड़ी हुई है। पूर्व विधायक भुनेश्वर बघेल ने कांग्रेस सरकारों के योगदान को गिनाते हुए कहा कि आधुनिक भारत की विकास यात्रा की नींव कांग्रेस ने रखी। उन्होंने राजीव गांधी की तकनीकी दूरदर्शिता का उल्लेख करते हुए कहा कि आज जिस डिजिटल भारत की बात होती है उसकी शुरुआत कांग्रेस शासन में हुई थी। वरिष्ठ नेता देवराज किशोर दास ने मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महात्मा गांधी के नाम से जुड़ी योजनाओं और संस्थाओं के नाम बदलना केवल शब्दों का खेल नहीं बल्कि गांधी विचारों और उनके संघर्ष का अपमान है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे घर-घर जाकर कांग्रेस की विचारधारा और उसके संघर्ष को जनता के सामने रखें।

विधायक की गैरमौजूदगी ने बढ़ाई राजनीतिक सरगर्मी
स्थापना दिवस समारोह में खैरागढ़ विधायक यशोदा वर्मा की अनुपस्थिति ने कार्यक्रम के राजनीतिक संदेश को और तीखा बना दिया। प्रदेश कांग्रेस के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद उनके शामिल न होने को लेकर कार्यकर्ताओं में असंतोष और चर्चाओं का दौर चलता रहा। कार्यक्रम में नवाज खान, कोमल साहू, देवराज किशोर दास, पं.मिहिर झा, सुनील कांत पांडे, नीलेंद्र शर्मा, रज्जाक खान, कांग्रेस नेत्री शताक्षी सिंह, भीखम चंद छाजेड़, आकाशदीप सिंह गोल्डी, रामकुमार पटेल, भृगेश यादव, सज्जाक खान, जितेंद्र गौर, राजा सोलंकी, नदीम मेमन, किशन रजक, राजेश लूनिया, कमलेश यादव, संदीप सिरमौर सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम के माध्यम से कांग्रेसजनों ने संगठन को मजबूत करने और वैचारिक संघर्ष को तेज करने का संकल्प दोहराया।