धान फसल की बोनी में 6394 हेक्टेयर की हुई कमी
बढ़ईटोला से उमेश्वर वर्मा की रिपोट
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. ब्लॉक में इस वर्ष धान फसल के रकबे में कमी दर्ज की गई है वहीं सोयाबीन फसल के रकबे में बढ़त दर्ज की गई है. कृषि विभाग से मिले आंकड़े के अनुसार विगत वर्ष धान फसल की बोआई 48054 हे. में की गई थी लेकिन इस वर्ष खरीफ वर्ष 2022-23 में यह आंकड़ा 41660 हे. हो गई है. इसी तरह सोयाबीन की बोनी विगत वर्ष 9604 हे. में की गई थी जो इस वर्ष बढक़र 9705 हे. हो चुकी है. इसी तरह खरीफ वर्ष 2022-23 में अरहर 2010 हे., उड़द 255 हे., मूंग 47 हे., मक्का 32 हे., गन्ना 16 हे., साग-सब्जी 889 हे., कपास 22 हे. तथा कोदो 125 हे. में बोआई की गई है. ज्ञात हो कि इस वर्ष धान बोआई को लेकर कृषि विभाग के द्वारा 38730 हे. का लक्ष्य रखा गया था लेकिन इस वर्ष किसानों ने लक्ष्य से अधिक धान बोआई की है, इसी तरह सोयाबीन की बोआई के लिये 11950 हे. का लक्ष्य रखा गया था पर किसानों द्वारा केवल 9705 हे. में सोयाबीन की बोआई की गई है.
सोयाबीन के रकबे में 101 हेक्टेयर की हुई वृद्धि
विगत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष ब्लॉक में धान फसल की बोनी में 6394 हे. की कमी हुई है वहीं सोयाबीन फसल की बोनी में 101 हे. की वृद्धि हुई है. इस तरह सोयाबीन, मूंग मक्का, कपास व कोदो को छोडक़र इस वर्ष अन्य फसलों की बोआई में कमी देखने को मिल रही है. छग शासन द्वारा किसान हित में चलाये जा रहे अभियान के तहत धान के अलावा अन्य दलहनी-तिलहनी फसलों की खरीदी की जायेगी जिसके बाद धान को छोडक़र अन्य फसलों की बोआई में वृद्धि हुई है. वर्तमान में लगभग सभी फसलों की बोआई हो चुकी है. कुछ किसानों द्वारा अधिक बारिश के कारण खराब हुई फसलों में पुन: बोआई का कार्य किया जा रहा है.