जिला के 400 से अधिक कोटवार व वनरक्षक कार्यशाला में हुये शामिल
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर जिला केसीजी के कोटवारों एवं वन रक्षकों की कार्यशाला आयोजित हुई, जहाँ उपस्थित क्षेत्रान्तर्गत आने वाले कोटवारो एवं वनरक्षको को चुनाव दौरान पोंलिग बूथ में अपने-अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के संबंध में अवगत करवाया गया. कार्यशाला में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेहा पाण्डेय एवं निर्वाचन शाखा के मास्टर ट्रेनर उमेंद पटेल व मनसुखलाल वर्मा ने कार्यशाला के दौरान कहा कि कोटवार ग्रामीणों के सबसे अधिक समीप है, क्योंकि उनकी पहुँच गांव-गांव में है व कोटवार ही प्रशासनिक सूचना का प्रथम स्रोत है, उसी प्रकार वनरक्षक भी जंगल के अंदरूनी क्षेत्रों के बेहतर जानकार होते है, जो कि असमाजिक तत्वों पर बारीकी से नजर रखते है, इस तरह सभी कोटवारों व वन रक्षको को अपने अपने क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने एवं लगातार थाना प्रभारी से समन्वय स्थापित कर शांति का वातावरण निर्मित करने एवं अवैध गतिविधियों के संबंध में पुलिस को सूचना देने एवं वन क्षेत्रों में हो रही असमाजिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के लिये निर्देशित किया. कोटवारों के कार्यों के महत्व और समाज में उनकी भूमिका तथा पुलिस एवं आम जनता में उनकी उपस्थिति एवं उनकी कार्यकुशलता के कारण समाज में शांति का वातावरण निर्मित होता है तथा साथ ही वन रक्षको को किसी भी प्रकार का मतभेद या अन्य किसी भी असमाजिक तत्वों पर विशेष ध्यान रखने हेतु निर्देशित किया गया. पोलिंग बूथ में चुनाव दौरान उपस्थित व्यक्तियों की पहचान, होने वाली भीड़ का नियंत्रण, पोलिंग बूथ से प्रचार और बैनर पोस्टर की दूरी संबंधित तरीके को प्रोजेक्टर के माध्यम से बताया गया साथ ही चुनाव उपरांत मतपेटियां या इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों की सुरक्षा किस प्रकार करना है आदि के बारे मे विस्तृत जानकारी दी गई. उक्त कार्यशाला में जिला क्षेत्रान्तर्गत आने वाले लगभग 400 से अधिक संख्या में कोटवार, वनरक्षक एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे.