छुईखदान के मैन्हर गांव में हुई 12 वर्षीय बालक के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी

गांव का 17 वर्षीय नाबालिग ही निकला अबोध बालक का हत्यारा
आरोपी ने गला दबाकर की थी बालक की हत्या
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. छुईखदान ब्लॉक के मैन्हर खार में मिले 12 वर्षीय बालक की हत्या गुत्थी सुलझ गई है, गांव के ही 17 वर्षीय नाबालिग ने गला दबाकर बालक ही हत्या की है. जानकारी अनुसार बीते 12 जुलाई को ग्राम मैन्हर खार में एक बालक की लाश छुईखदान पुलिस को मिली थी. मौके पर पहुंचकर ग्रामीण धीरेंद्र जंघेल की सूचना पर मर्ग कायम कर पुलिस वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में घटना स्थल का खोजी डॉग से सर्च कराया गया पश्चत एफएसएल सीन ऑफ क्राइम टीम से घटना स्थल का निरीक्षण कराकर महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किया गया. मृतक 12 वर्षीय बालक का पोस्टमार्टम छुईखदान सरकारी अस्प्ताल से कराया गया जिसकी रिपोर्ट में गला दबाने के कारण दम घुटने से मृत्यु होना पाया गया जिसके बाद आरोपी के विरुद्ध आईपीसी की धारा 302 जोड़ी गई. मामले की गंभीरता को देखते हुये एसपी अंकिता शर्मा के निर्देश पर थाना प्रभारी छुईखदान निरीक्षक जितेन्द्र बंजारे एवं जिला सायबर सेल प्रभारी सउनि टैलेश सिंह के नेतृत्व में टीम बनाकर मामले के आरोपी की पतासाजी शुरू की गई. इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली की घटना के दिन 12 वर्षीय बालक को गांव के ही एक नाबालिक बालक उम्र करीब 17 वर्ष के साथ उसके साइकल में बैठकर खेत की ओर जाते देखा गया था.
सूचना के आधार पर संदेही बालक उम्र करीब 17 वर्ष को परिजनों की उपस्थिति में घटना के संबंध में बारीकी से पूछताछ की गई लेकिन बालक के द्वारा लगातार गुमराह किया जाता रहा जिसके बाद मनोवैज्ञानिक ढंग से लगातार पूछताछ करने पर बालक ने बताया कि 10 जुलाई को मृतक बालक को चॉकलेट देने के बहाने अपने खेत के मेढ़ को काटने के लिये सायकिल में बैठाकर ले गया और मेढ़ काटने के दौरान बालक को राजश्री तम्बाखू जर्दा गुटखा खिलाया जिससे मृतक चक्कर खाकर गिर गया तब उसे पानी छिडक़ कर उठाया उसके बाद मृतक उल्टी करने लगा और फिर बेहोश हो गया. घटना के बाद 17 वर्षीय बालक डर गया और पुलिस में फंसने के डर से 12 वर्षीय बालक का गला दबाकर मार दिया जिसके बाद पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले नाबालिग से मेमोरेंडम कथन लिया और घटना में प्रयुक्त सायकिल और घसिटने में उपयोग कुदाली को गवाहों के समक्ष जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में न्यायालय में पेश किया गया तथा नाबालिगों की न्यायिक व्यवस्था के अनुरूप उसे बाल संप्रेक्षण गृह राजनांदगांव भेज दिया गया है. कार्यवाही में निरीक्षक जितेन्द्र बंजारे थाना प्रभारी छुईखदान, उप निरीक्षक प्रियंका पैंकरा, सायबर सेल प्रभारी सउनि टैलेश सिंह, प्रआर आशीष सिंह, आरक्षकगण उदय बरेठ, दिलीप निषाद, मुनेन्द्र ठाकुर, त्रिभुवन यदु, चंद्र विजय व कमलकांत का सराहनीय योगदान रहा.