केसीजी के नये एसपी होंगे त्रिलोक बंसल, अंकिता शर्मा को मिली शक्ति की जिम्मेदारी

सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. शासन के नये आदेश के बाद केसीजी जिले के नए एसपी के रूप में आईपीएस त्रिलोक बंसल को नियुक्त किया गया है. आईपीएस अंकिता शर्मा को शक्ति जिले की जिम्मेदारी दी गई है.

आईपीएस त्रिलोक बंसल ने 5 बार यूपीएससी परीक्षा क्लियर की है. यूपीएससी के एग्जाम को एक बार भी पास करना बहुत कठिन होता है, लेकिन आईपीएस त्श्री बंसल ने इसे पांच बार क्लियर की हैं जो युवा पीढ़ी के लिए एक नायाब और प्रेरक बात है. कहते हैं जब कोई पूरे मन से लक्ष्य साध ले तो उसकी सफलता को कोई रोक नहीं सकता. छत्तीसगढ़ के केसीजी में नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल का पूरा व्यक्तित्व भावी पीढ़ी के लिए आदर्शमय है. सब जानते हैं कि यूपीएससी के एग्जाम को एक बार भी पास करना बहुत कठिन होता है, लेकिन IPS त्रिलोक बंसल ने इसे पांच बार क्लियर किया है. यह आज के दौर में आदर्श निरूपित करने वाली बात है. आईपीएस त्रिलोक बंसल मूलतः महासमुंद के हैं. इनकी प्रारंभिक एवं हायर सेकेंडरी तक की शिक्षा महासमुंद में ही हुई. वर्ष 2006 में इन्होंने बीएचयू के आईआईटी सिविल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. जिसके बाद इन्होंने यूपीएससी एग्जाम दिया और 2006 में ही इनका चयन भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के लिए हुआ. सेलेक्शन के बाद उन्होंने मिलिट्री इंजीनियरिंग सेवा दिल्ली में वर्ष 2006 से 2008 तक अपनी सेवाएं दीं. साथ ही उन्होंने वर्ष 2007 के यूपीएससी एग्जाम में पुनः सफलता प्राप्त की और एमईएस के लिए चयनित हुए. इसके बाद वर्ष 2008 में त्रिलोक ने एक बार फिर से यूपीएससी का एग्जाम दिया और फिर सफलता प्राप्त की. इस बार उन्हें आईआरएसई (इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इंजीनियरिंग) के लिए चयनित किया गया. यहां उन्होंने वर्ष 2008 से 2016 तक अपनी सेवाएं दी. आईपीएस श्री बंसल इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इंजीनियरिंग में काम करते हुए सिविल सर्विस की तैयारी करते रहे और इसी दौरान वर्ष 2014 की यूपीएससी सिविल सर्विसेज का एग्जाम फिर पास किया. उन्हें दिल्ली पुलिस में एसीपी (असिस्टेंट कमिश्नर आफ पुलिस) के रूप में पोस्टिंग मिली. इसके बाद एक बार फिर उन्होंने वर्ष 2015 का यूपीएससी एग्जाम दिया और एक बार फिर से उन्हें सफलता मिली. इस बार उनकी ऑल इंडिया रैंकिंग 97 थी और उन्हें आईपीएस के लिए चयनित किया गया.

पहली पोस्टिंग जनवरी 2018 में दुर्ग जिले में हुई. ट्रेनिंग के बाद उन्हें अक्टूबर 2018 में सीएसपी (नगर पुलिस अधीक्षक) दुर्ग की जिम्मेदारी दी गई.
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत रहे.
बचपन से ही आईपीएस त्रिलोक बंसल काफी प्रतिभाशाली छात्र रहे. पढ़ाई में अव्वल रहने के साथ मध्य प्रदेश बोर्ड एग्जाम में कक्षा 12वीं में पीसीएम सब्जेक्ट में टॉपर बने. 5 बार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले त्रिलोक बंसल वर्तमान पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं.

त्रिलोक बंसल का परिवार पूरी तरह से प्रशासनिक सेवा और उच्च सेवा से जुड़ा हुआ है. कॉलेज के समय से ही शासकीय सेवा में जाने की दृढ़ इच्छा रखने वाले आईपीएस त्रिलोक बंसल जब कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे, उसी समय वर्ष 2002 में उनके बड़े भाई श्रवण बंसल यूपीएससी एग्जाम क्वालीफाई कर आईआरएस (इंडियन रेवेन्यू सर्विस) के लिए चयनित हुए. जो कि इनके लिए प्रेरणादायक रहा. बड़े भाई श्रवण बंसल वर्तमान में एडिशनल कमिश्नर जीएसटी हैं वहीं उनकी पत्नी प्रतिमा बंसल भी जीएसटी कमिश्नर हैं. उनकी छोटी बहन शीतल बंसल डिप्टी कलेक्टर व बहनोई आयुष जैन डीएफओ हैं. आईपीएस श्री बंसल को घूमने का शौक हैं. पर जनसेवा में सक्रिय रहने के कारण उनकी यह मुराद छुट्टियों में ही पूरी हो पाती हैं. इसके अलावा उन्हें बैडमिंटन, मूवी और मोटिवेशन किताबें पढ़ने का भी शौक है.

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