केसीजी कलेक्टर के रूप में अल्प समयावधि में उपलब्धियों से भरा रहा आईएएस चंद्रकांत वर्मा का कार्यकाल

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. भारत में कलेक्टर होना अपने आप में एक बड़ी बात मानी जाती है। छत्तीसगढ़ के एक छोटे से गांव खरोरा के रहने वाले बेहद मध्यम वर्गीय परिवार से 2017 बैच में आईएएस बने चंद्रकांत वर्मा की पहचान एक सुलझे हुये और संवेदनशील अफसर के रूप में होती रही है। आईएएस बनने और 7 साल लंबे इंतजार के बाद 5 जनवरी 2024 को चंद्रकांत वर्मा पहली बार कलेक्टर के रूप में छत्तीसगढ़ में नवीन जिला के रूप में अस्तित्व में आये खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में पदस्थ हुये। आईएएस चंद्रकांत को पहली बार केसीजी जिले की कलेक्टरी तो मिली लेकिन यहां उनके सामने कई तरह की चुनौतियां सामने थी। नये जिले में बुनियादी ढांचे की व्यवस्था का घोर अभाव होने के साथ ही यहां प्रशासनिक कसावट व अनुशासन की कमी देखने को मिलती रही। जिले में कलेक्टर की जिम्मेदारी संभालने के बाद चंद्रकांत वर्मा ने सबसे पहले इसी दिशा में काम करना शुरू किया। आम जनों से लेकर जिले के वरिष्ठजनों तक एक व्यवहारिक सेतु का खुद के लिये निर्माण किया और केसीजी के बुनियादी ढांचे की व्यवस्था को बेहतर बनाने के प्रयास में जुट गये। उन्होंने अपने 1 साल 3 माह व 14 दिन के बेहद अल्प कार्यकाल में नवीन कलेक्ट्रेट भवन, जिला अस्पताल सहित जिले में आवश्यक शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी आदि की व्यवस्था के साथ ही शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं को बेहतर तरीके से अमलीजामा पहनाया। इस बीच जिले में प्रशासनिक कसावट के साथ ही अनुशासन का अभाव भी देखने को मिलता रहा लेकिन चंद्रकांत वर्मा के यहां कलेक्टर बनकर आने के बाद यह कमी कुछ ही दिनों में सिमट गई और केसीजी जिला अपने उद्देश्यों के अनुरूप बेहतर काम-काज को लेकर अग्रसर रहा। इसके साथ ही श्री वर्मा के प्रयास से केसीजी में पर्यटन की अपार संभावनाओं को लेकर भी उच्चतम प्रयास शासन स्तर पर किये गये हैं वहीं जिले में बेहतर शिक्षण व्यवस्था को लेकर उनके प्रयास काबिले तारीफ रहे हैं जिसका लाभ आने वाले दिनों में जिले को मिल पायेगा।

कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा ने केसीजी में शासन की योजनाओं का बेहतर तरीके से संचालन किया। उनके आने के बाद केन्द्र स्तर पर शुरू की गई बहुत ही महत्वाकांक्षी पीएम जनमन योजना का क्रियान्वयन जिले में सुदृढ़ ढंग से संचालित हुआ। इस योजना के तहत जिले के सुुदुर वनवासी व आदिवासी क्षेत्रों में जीवन से जुड़े बुनियादी व्यवस्थाओं को पूर्ण किया गया। नगरीय व कस्बाई सहित ग्रामीण अंचल में सभ्य समाज से छिटककर अलग-थलग जीवन-यापन करने वाले आदिवासी समुदाय के लिये सड़क, बिजली, पानी व सुलभ शासकीय राशन की व्यवस्था पूर्ण हुई। पीएम जनमन योजना के तहत जिले के सभी आदिवासी समुदाय के आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, आयुष्मान व राशन कार्ड बनाये गये वहीं भारत के मूल निवासी कहे जाने वाले आदिवासियों को स्थाई पट्टे का भी वितरण हुआ जिससे उनके जीवन में एक शानदार बदलाव देखने को मिल रहा है। पाठकों को बता दे कि खैरागढ़ जिले में पृथ्वी के मूल निवासी के रूप में पहचान रखने वाले बैगा जनजाति के लोगों का प्राकृतिक आवास है और इन्हें राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र का दर्जा भी प्राप्त है ऐसे में उनके जीवन में बेहतर बदलाव की गुंजाईश पीएम जनमन योजना का मूल उद्देश्य रहा जिसे बतौर कलेक्टर श्री वर्मा ने संवेदनशीलता के साथ पूर्ण किया। यही नहीं जिले के अंतिम छोर पर मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र की सीमा पर बसे कटेमा ग्राम में उनके ही प्रयास से आजादी के बाद पहली बार अब विद्युत व्यवस्था बहाल हो पायेगी। इसके साथ ही जिले को जल संजीवनी देने वाली सवा दो सौ करोड़ की छग शासन की बेहद महत्वाकांक्षी सिद्ध बाबा जलाशय योजना को मूर्त रूप देने में श्री वर्मा का बड़ा योगदान रहा। उन्होंने जिले में कम संख्या बल व संसाधन से जुझ रहे महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ शासन की महतारी वंदन योजना को भी कड़ी मशक्कत के बाद सफलता के साथ मूर्त रूप प्रदान किया और इसके कारण पात्र हितग्राही महिलाओं को आज सुगम व सुलभ तरीके से योजना का लाभ मिल पा रहा है।

कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा के कार्यकाल में जिले को सीजी व्यापम एवं सीजीपीएससी परीक्षा केन्द्र का दर्जा भी प्राप्त हुआ। जिले में व्यापम व पीएससी की परीक्षाएं आहूत होने से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों एवं शिक्षित बेरोजगारों को बड़ी सहूलियत मिली है। इसके साथ ही उनके प्रयास से जिले में धान खरीदी को लेकर किसानों को अधिक से अधिक सहूलियत देने का काम भी किया गया। कोचियों के खिलाफ लगातार दंडात्मक कार्यवाही भी की गई वहीं अवैध खनिज परिवहन पर लगाम लगाने उनके प्रयास सराहनीय रहे साथ ही उनके कार्यकाल में जिले को दो अग्निशमन वाहन भी प्राप्त हुये।

नक्सल गतिविधियों के साथ ही राजनीतिक रूप से बेहद संवेदनशील केसीजी जिले में कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा ने लोकसभा एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बतौर जिला निर्वाचन अधिकारी सफल एवं निर्विवाद संचालन किया। नवीन जिला होने के कारण खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में लोकसभा चुनाव के साथ पहली बार हुये जिला, जनपद एवं पंचायत स्तर पर सरपंच तथा पंच के पदों पर शांतिपूर्ण व सफल मतदान कराना बड़ी चुनौती रही साथ ही खैरागढ़ को छोड़कर छुईखदान एवं गंडई नगर पंचायत में भी निर्विघ्न चुनाव कराना आईएएस चंद्रकांत वर्मा के कुशल प्रशासनिक प्रबंधन की एक बानगी रही। उम्मीद है कि अपरिहार्य पारिवारिक एवं स्वास्थ्यगत समस्याओं के बीच भी बेहद अल्प समय में बतौर कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा के कार्यों को आने वाले कई वर्षों तक याद रखा जायेगा।

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