ईतवारी बाजार के जानलेवा नाले पर लगाई गई सुरक्षा जाली

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. 26 जुलाई को आई बाढ़ के दौरान ईतवारी बाजार में खुले नाले में बहने से युवक अमित यादव की मौत ने पूरे खैरागढ़ शहर को झकझोर कर रख दिया था। इस हृदयविदारक हादसे के बाद प्रशासन की लापरवाही और जानलेवा खुले नाले को लेकर उठे सवालों ने आखिरकार प्रशासन को नींद से जगाने का काम किया है।
खबर का हुआ असर, लगाई गई सुरक्षा जाली
हमारी रिपोर्ट में जिस नाले की खतरनाक स्थिति उजागर की गई थी अब उस पर सुरक्षा जाली लगवा दी गई है। यह वही स्थान है जहां से अमित यादव बह गया था और उसकी दर्दनाक मौत हो गई थी। घटना के तीन दिन बाद तक भी जहां कोई सुरक्षा उपाय नहीं किए गए थे अब वहां दुर्घटना की आशंका को काफी हद तक कम किया जा सका है।
पुरानी लापरवाही, नई कार्रवाई
इस हादसे से पहले हमारी रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि किस प्रकार मुस्का और आमनेर नदियों के जलभराव से यह क्षेत्र हर साल बाढ़ की चपेट में आता है। इसके बावजूद प्रशासन और जनप्रतिनिधि लगातार लापरवाह बने रहे। इस घटना के बाद विपक्ष ने नगर पालिका को घेरा। नेता प्रतिपक्ष दीपक देवांगन ने सवाल उठाया था कि “क्या प्रशासन किसी और अनहोनी का इंतजार कर रहा है?” नेता प्रतिपक्ष का यह बयान आम जनता की भावनाओं का प्रतिनिधि बना और हमारी खबर ने जन भावनाओं पर मोहर लगाई। इस घटना के बाद मुख्य नगर पालिका अधिकारी नरेश वर्मा ने पूरी संवेदनशीलता के साथ बताया कि नाले पर सुरक्षा जाली लगवाने और अब अन्य संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान भी की जा रही है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। एक जनहानि के बाद जागा प्रशासन अब सक्रिय होता दिख रहा है। हमारी खबर ने जिस लापरवाही को उजागर किया था उसी ने अब एक छोटे लेकिन महत्वपूर्ण सुधार की राह बनाई है। उम्मीद है कि यह सिर्फ शुरुआत हो और शहर के बाकी जानलेवा और दुर्घटनाजन्य खतरनाक स्थानों पर भी समय रहते ठोस कदम उठाए जाएं।