महतारी वंदन योजना की फार्म जमा करने अधिकारीयों व कर्मचारियों ने 20- 20 घंटा तक किए कार्य
सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. महतारी वंदन योजना के तहत खैरागढ़ जिले में महिलाओं द्वारा भरे गए आवेदनो की जांच, सत्यापन के बाद कुल 157 आवेदन रिजेक्ट कर दिए गए हैं. खैरागढ़ जिले से महतारी वंदन योजना के तहत कुल 1,17,388 आवेदन जमा किए गए थे. दावा आपत्ति और सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब योजना के लिए पात्र महिलाओं की संख्या 1,17,231 रह गई है. 157 रद्द हुए आवेदनों में कुंवारी महिला द्वारा आवेदन जमा करने, आवेदन के दौरान आधार कार्ड नहीं होने, बैंक खाता सक्रिय नहीं होने, खाते से मोबाइल नंबर के लिंक नहीं होने जैसे तथ्य सामने आए हैं.
महतारी वंदन योजना में दावा आपत्ति और सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पात्र मिली जिले की 1,17,231 महिलाओं के खाते में आठ मार्च को कुल 11 करोड़ 72 लाख 31 हजार रुपए की राशि आएगी. इसके लिए आवेदनों की लंबी प्रक्रिया, योजना को मूर्त रूप देने के बाद पात्र महिलाओं का चयन किया गया है. पात्र महिलाओं के बैंक खातों में आधार लिंक होने के बाद योजना की राशि सीधे खाते में आएगी. 8 मार्च को महिला दिवस पर प्रदेश सरकार राशि खातों में ट्रांसफर करेगी. महतारी वंदन योजना के आवेदन जमा कराए जाने के बाद इसके सत्यापन सहित दावा आपत्ति की प्रक्रिया 29 फरवरी तक लगातार जारी रही. इस दौरान अपात्र की श्रेणी सहित दस्तावेजों की कमी वाले एक हजार से अधिक आवेदनों पर आवेदन कर्ता महिलाओं ने दस्तावेज जमा कर दावा आपत्ति को पूरा किया था. इसके लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों, नगरीय निकायो, जनपद, ग्राम पंचायतो सहित अन्य जगहों पर शिविरों का आयोजन किया गया था. अब 5 मार्च को अंतिम सूची का प्रकाशन होगा. 8 मार्च को राशि बैंक खातों में जमा कराए जाने की तैयारी है।.
ऑनलाइन एंट्री की सीमा बढ़ी तो मिली राहत
महतारी वंदन योजना के तहत जिले भर में मिले आवेदनों को ऑनलाइन पंजीयन में अधिकारियों- कर्मचारियों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा था. नियत तिथि तक आवेदन ऑनलाइन पंजीकृत नहीं हो पाए थे. इसके लिए शासन स्तर पर दो दिन अतिरिक्त समय दिए जाने पर नगरीय निकायों सहित जनपद कार्यालयों में अधिकारियों कर्मचारियों ने 20 घंटे से अधिक समय तक ऑनलाइन एंट्री करने कर्मचारियों को तैनात किया. जिले में इस दौरान तीन हजार से अधिक आवेदन ऑनलाइन पंजीयन के लिए बाकी थे. रात भर ऑनलाइन प्रक्रिया के बाद आखिरकार ऑनलाइन पंजीयन की प्रक्रिया पूरी की गई थी. अधिकारियों का दावा है कि अपात्र पाए गए आवेदनों में यदि किसी त्रुटि के चलते गड़बड़ी हुई तो योजना के तहत 8 मार्च के बाद फिर से शासन स्तर पर पंजीयन प्रक्रिया शुरू होते ही आवेदन दिए जा सकेंगे.