
सत्यमेव न्यूज के लिए मनोहर सेन खैरागढ़। जिले के गंडई थाना क्षेत्र के ग्राम रोड अतरिया में शुक्रवार तड़के हुए शिक्षक दंपति हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने मात्र 24 घंटे में कर दिया है। भदेरा मिडिल स्कूल में पदस्थ शिक्षक बाबूलाल सोरी 55 वर्ष और उनकी पत्नी सुनीति सोरी 51 वर्ष की घर में घुसकर डंडे से हत्या की गई थी। पुलिस जांच में सामने आया है कि यह वारदात सिर्फ शिक्षक की हत्या की साजिश थी लेकिन घटनाक्रम ने भयावह रूप ले लिया।
10 हजार के विवाद से शुरू हुई कहानी
गंडई पुलिस के अनुसार, आरोपी भगवती गोंड (35 वर्ष), जो मृतक के घर के सामने ही रहता था, ने कुछ महीने पहले शिक्षक बाबूलाल से ₹10,000 उधार लिए थे। शिक्षक द्वारा बार-बार रकम लौटाने की बात कहने से आरोपी मानसिक दबाव में था। इसी तनाव में उसने बाबूलाल की हत्या की योजना बनाई। रात 3 बजे दीवार फांदकर दाखिल हुआ घर में आरोपी को शिक्षक के घर का पूरा नक्शा पता था क्योंकि उसका वहां आना-जाना अक्सर रहता था। घटना वाले दिन रात करीब 3 बजे वह दीवार फांदकर घर में दाखिल हुआ। उसे पता था कि घर में CCTV कैमरा लगा है इसलिए उसने लाइट बंद कर दी ताकि कैमरे में उसकी हरकत रिकॉर्ड न हो सके। आरोपी का मकसद केवल शिक्षक बाबूलाल की हत्या करना था लेकिन जब वह इंतजार कर रहा था तभी सुबह करीब 4 बजे बाबूलाल की पत्नी सुनीति सोरी दरवाजा खोलकर बाहर निकलीं। उन्होंने घर में भगवती को देखा और उसके हाथ में लकड़ी का डंडा (बैट) देखकर चिल्लाने लगीं। पकड़े जाने के डर से आरोपी ने सुनीति पर ताबड़तोड़ वार कर दिए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
शोर सुनकर बाहर आए शिक्षक भी नहीं बचे
पत्नी की चीख और घर के कुत्ते की भौंक सुनकर बाबूलाल बाहर आए। पत्नी को लहूलुहान हालत में देखकर और पास में खड़े भगवती के हाथ में लकड़ी का डंडा देखकर वे घबरा गए और भागने की कोशिश करने लगे। तभी भगवती ने बाबूलाल पर पीछे से हमला कर दिया और डंडे से पीट-पीटकर उनकी भी हत्या कर दी। आरोपी ने दोनों के चेहरों पर कई वार किए जिससे पहचानना भी मुश्किल हो गया।
हत्या के बाद बदल लिए खून से सने कपड़े
हत्या करने के बाद भगवती ने पहले से लाए गए कपड़े पहन लिए। वह एक जोड़ी कपड़े अपने साथ लेकर आया था, ताकि खून से सने कपड़े बदल सके और किसी को उस पर शक न हो। इसके बाद वह भागने की बजाय वहीं छिप गया लेकिन कुत्ते के लगातार भौंकने से ग्रामीणों को शक हो गया। ग्रामीणों ने पकड़ा आरोपी पुलिस ने किया खुलासा
सुबह जब मॉर्निंग वॉक ग्रुप वहां से गुजरा तो कुत्ते की आवाज और बंद दरवाजे ने उन्हें सतर्क किया क्योंकि आमतौर पर शिक्षक दंपत्ति सुबह 4 बजे सो कर उठ जाया करते थे। उन्होंने दीवार फांदकर अंदर देखा तो दंपति की लाशें पड़ी थीं और भगवती वहां से भागने की कोशिश कर रहा था। ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया और गंडई पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश गौतम ने जांच शुरू की। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसने केवल शिक्षक की हत्या की योजना बनाई थी, लेकिन परिस्थिति बदल जाने के कारण उसने पत्नी की भी हत्या कर दी।
फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड ने जुटाए सबूत
मौके पर फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड को बुलाकर साक्ष्य जुटाए गए। घर से खून से सना लकड़ी का डंडा और कपड़े बरामद किए गए। दोनों शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
जिले में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा
यह वारदात न सिर्फ गंडई बल्कि पूरे खैरागढ़ जिले को हिला देने वाली साबित हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षक दंपति का व्यवहार सभी के प्रति सौम्य और मददगार था। वहीं भगवती गोंड पहले से ही आदतन अपराधी है।