सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. इंदिरा कला संगीत विवि आडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में देश की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले के जीवन संघर्ष और उनके महान कृतित्व को याद किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा, समाज सेवा और महिला सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अतिथियों सहित वक्ताओं ने विस्तार से चर्चा की। मुख्य वक्ता के रूप में शिक्षाविद डॉ.नागेश बंछोर ने शिक्षा और सावित्रीबाई फुले के जीवन पर अपने विचार साझा कर छात्रों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सावित्री बाई फुले ने ऐसे समय में जब महिलाओं को शिक्षा का अधिकार नहीं था तब उन्होंने सभी समाज के महिलाओं के लिये स्कूल खोले और उन्हें शिक्षित किया।
छुआछूत, बाल विवाह जैसी कुरीतियों का विरोध किया और समाज में समानता लाने का प्रयास किया। फातिमा शेख के स्कूल खोलने अपने घर को दिया जिससे पहली बालिका 1848 में स्कूल जा पायी। यह स्कूल माता सावित्री फुले के द्वारा ही प्रारंभ किया गया था जो बाद में भारत की प्रथम महिला शिक्षिका के रूप में प्रतिष्ठित हुई। डॉ.जीवन यदु ने मेहनत और शिक्षा के महत्व पर सारगर्भित प्रकाश डाला। एडिशनल कलेक्टर प्रेमकुमार पटेल ने कहा कि वर्तमान परिवेश में हमे सावित्री बाई फुले की पूजा आराधना से बचते हुये उनके विचारो और जीवन संघर्ष से प्रेरणा लेना होगा।
एसडीएम टंकेश्वर प्रसाद साहू ने शिक्षा के क्षेत्र में किये उनके कार्यो व योगदान की जानकारी देते हुये कहा कि जननी से जिस तरह सृष्टि का जन्म हुआ उसी तरह सावित्री बाई फुले के अथक प्रयासो से महिला शिक्षा का अभ्युदय हुआ। शैक्षिक प्रगतिशील मंच के संयोजक नीलेश कुमार यादव ने कहा कि प्रतिवर्ष माता सावित्री बाई फुले जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम इस उद्देश्य से कराया जाता है कि प्रथम महिला शिक्षिका के आदर्श व संघर्ष को याद कर समाज के महिलाओं की शिक्षा को बल देने प्रयास किया जा रहा है। पूनम सुरेखा गोपाल ने कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत कराया। सुनीति पैंकरा ने छात्र जीवन में आने वाली मुश्किलों और उसके समाधान के लिये रास्ता सुझाया। जीपी साहू ने समाज की खराब स्थिति सुधारने के लिये शिक्षा की आवश्यकता और महत्व पर बल दिया।
अलग-अलग क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले हुए सम्मानित
देश की प्रथम शिक्षिका सावित्रीबाई फुले के विचारों को जन जन तक पहुंचाने और समाज में शिक्षा के साथ – साथ महिला सशक्तिकरण के महत्व को रेखांकित करने के लिये शैक्षिक प्रगतिशील मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम मे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बोधन जोशी, इंदिरा चंद्रवंशी, रविंद्र मेहरा, जयश्री ताम्रकार, दिलीप रजक, शक्ति सिंह, अनिल शर्मा, जितेंद्र सिंह गौर, उपेंद्र वर्मा, जिधन साहू, महेंद्र पटेल, डॉ.नागेश सिमकर, सुनील कुमार शर्मा, दिलीप राजा, खिलेन्द्र नामदेव, सुभाष चावड़ा, बैद्यनाथ वर्मा, भागवत साहू, दीनानाथ लिल्हारे और टोडर सिंह को सम्मानित किया गया। इस दौरान शैक्षिक प्रगतिशील मंच के अनिल साहू, भोला साहू, फूलदास साहू, मनोज पटेल, मनोज जंघेल, पोषन साहू, महेन्द्र साहू, संतोषी सलामे, गोपाल सोनी, कुणाल भंसाली, भूषण सिन्हा, विक्की सिन्हा, किशन साहू सहित अन्य मौजूद थे।