
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. सावन के महीने में लगातार बढ़ती उमस ने आम जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। खैरागढ़ क्षेत्र में मौसम में हो रहे बदलाव के चलते लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। सर्दी, खांसी, बुखार, पेट दर्द , उल्टी, दस्त बदन दर्द और हाथ-पैर दर्द के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
स्थानीय सिविल अस्पताल में प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं लेकिन वहां स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। मरीजों के लिए पर्याप्त बेड की व्यवस्था नहीं होने से कई लोगों को घंटों तक इलाज के इंतजार में बैठना पड़ रहा है। मरीजों और उनके परिजनों का कहना है कि अस्पताल में न तो समुचित व्यवस्था है और न ही स्टाफ पर्याप्त है। कई मरीजों को लौटकर निजी क्लीनिक का सहारा लेना पड़ रहा है। जिससे आर्थिक बोझ भी बढ़ रहा है। खैरागढ़ सिविल अस्पताल के बीएमओ डॉ.विवेक बिसेन ने बताया कि उमस और बदलते मौसम के कारण पेट दर्द, सर्दी-खांसी, उल्टी-दस्त जैसे रोगों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आमजन को अपनी जीवनशैली और खानपान में सावधानी बरतने की जरूरत है ताकि इन मौसमी बीमारियों से बचा जा सके। डॉ.बिसेन ने बताया कि वर्तमान में अस्पताल में मलेरिया, टाइफाइड, सर्दी-खांसी, बुखार, बदन दर्द, पेट दर्द और उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि बारिश के मौसम में दूषित पानी और खुले में मिलने वाले खाद्य पदार्थों से परहेज करें। उन्होंने मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए उपाय बताये उबला हुआ या फिल्टर किया गया पानी ही पिये। बासी या खुले में रखे भोजन का सेवन न करें। हल्का, सुपाच्य और ताजा भोजन करें। तेज बुखार, लगातार उल्टी या दस्त की स्थिति में तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें।डॉ.बिसेन ने कहा कि सिविल अस्पताल में मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या के बावजूद आवश्यक प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है, लेकिन नागरिकों का सहयोग और सतर्कता बेहद जरूरी है।