विश्व मलेरिया दिवस पर जिले में निकाली गई जनजागरूकता रैली

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ शासन के दिशा निर्देश पर कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल के दिशा-निर्देश एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आशीष शर्मा एवं डॉ.विवेक बिसेन जिला मलेरिया अधिकारी के मार्गदर्शन में विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया जिसका उद्देश्य इस जानलेवा बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसके उन्मुलन के लिये वैश्विक स्तर पर प्रयास करना है। इस वर्ष का थीम है एमएल मलेरिया हमारे साथ समाप्त हो जाये, पुनः निवेश करें, पुनः कल्पना करें, पुनः प्रज्वलित करें। जिसका अर्थ यह है कि मलेरिया को समाप्त करने की जिम्मेदारी हम सभी की है। प्रदेश में वर्ष 2027 तक शून्य मलेरिया (शून्य स्थानीय सक्रमण) तथा 2030 तक मलेरिया मुक्त राज्य करने लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आशीष शर्मा ने बताया कि मलेरिया संक्रमित मादा एनाफिलिज मच्छर के काटने से होता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, ठण्ड लगना, बदन दर्द, सर दर्द, उल्टी आदि शामिल है यदि कोई व्यक्ति इन लक्षणों से पीड़ित है तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य संस्था में जाकर जांच करानी चाहिए। मलेरिया की जांच एवं इलाज सभी शासकीय संस्थाओं में निः शुल्क उपलब्ध है। जिले के दोनों विकासखंड खैरागढ़ व छुईखदान के विभिन्न ग्रामों में मलेरिया उन्मूलन एवं बचाव के लिये जागरूकता शिविर लगाये गये एवं रैली निकाली गई। इस अवसर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं मितानिनों द्वारा विभिन्न ग्रामों में मलेरिया से बचाव के लिये मच्छरदानी लगाने एवं घर के आसपास पानी जमा न होने दे, पानी जमा होने वाले स्त्रोतों को नष्ट करें जमे हुआ पानी के गड्डों में जला हुआ मोबिल ऑयल अथवा मिट्टी तेल अवश्य डालें। मच्छर से बचने के लिए घरों के दरवाजे एवं खिडकियों में मच्छर रोधी जाली लगवाये सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करे एवं ग्रामों में साफ-सफाई रखे एवं पूरे अस्तीन के कपड़े पहनने के उपचार बताया गया। वनांचल क्षेत्रों के ग्रामों में मलेरिया हो जाने पर तत्काल उपचार की सुविधा उपलब्ध है। अतः ग्रामीणों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर उपचार करने का उपाय बताया गया। जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के विभिन्न ग्रामों वार्डों में विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ.मनीष बघेल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सोनल ध्रुव मलेरिया टेक्निकल सुपरवाइजर विवेक मेश्राम, विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक आकाश तंबोली एवं बृजेश ताम्रकार, मितानिनों, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, चिकित्सा अधिकारी पर्यवेक्षकों एवं खंड विस्तार एवं प्रशिक्षण अधिकारी के द्वारा विभिन्न जागरूकता कार्यकम आयोजित किए गये।

Exit mobile version