
सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. छुईखदान विकासखण्ड के वनांचल क्षेत्र ग्राम भोथली के मिडिल स्कूल और प्राइमरी स्कूल में शनिवार 27 जनवरी को सुबह से ही ताला जड़ा देखा गया सूचना लेने पर पता चला कि स्कूल के शिक्षकों के द्वारा 27 जनवरी को छुट्टी घोषित कर बच्चों को स्कूल नही आने का फरमान जारी किया गया था. साथ ही यही स्थिति भुजारी प्राथमिक शाला में भी नजर आया तो 27 जनवरी सुबह बच्चे स्कूल भी आ गए थे उनको वँहा पदस्थ शिक्षकों के द्वारा कुछ जानकारी भी नही दिया गया था. आदिवासी बच्चे घण्टो इतंजार के बाद अपने अपने घर चले गए. इस प्रकार की शिक्षकों की मनामनी सामने आया है वनांचल क्षेत्र के आदिवासी ग्रामों में इस प्रकार शिक्षा को लेकर मनमर्जी पूर्वक कार्य करने का शिकायत मिलते ही रहता है मगर यह मामला तो सीधे स्कूल में ताला जड़ कर मनमर्जी पूर्वक अवकास घोषित करने का सामने आया है जबकि 27 जनवरी शनिवार को प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का अवकाश घोषित नही किया गया है. मीडिल स्कूल भोथली में पदस्थ शिक्षक भूपेंद्र कुमार साहू, चन्द्रप्रकाश धृतलहरे दोनो नही मिले साथ ही प्राथमिक शाला में पदस्त शिक्षक फिरंता मरकाम भी कही नही नजर आए. ग्राम पंचायत भोथली के आश्रित ग्राम भुजारी में भी स्कूल में ताला लटका हुआ नजर आया जहाँ पदस्थ प्रधान पाठक छबिलाल साहू, हेमंत कुमार साहू दोनो शिक्षक स्कूल ही नही पहुँचे और 27 जनवरी को स्कूल में ताला लटका नजर आया.
इस मामले पर संकुल समन्वयक डीआर भारती को इस मामले पर जनाकारी देते हुए शनिवार को स्कूल बंद होने की जानकारी दी गई जिस पर उनके द्वारा बताया गया कि उनको इस मामले पर शिक्षकों के द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई है. उनकी बिना जानकारी और सूचना के स्कूल में छुट्टी घोषित की गई है जो गलत है. संकुल समन्वयक ने आगे कहा है कि मामले की जानकारी शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को दी जाएगी. अब देखना होगा कि इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई होती है कि नहीं.
पूरे जिले में 27 जनवरी शनिवार को किसी भी प्रकार का अवकाश घोषित नही था. अगर भोथली और भुजारी के शासकीय स्कूल में इस प्रकार की लापरवाही की गई है तो उसके लिए शिक्षको को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा, तदोपरान्त नियमानुसार उचित कार्रवाई किया जाएगा.
रमेन्द्र कुमार डड़सेना, बीईओ, छुईखदान