युवा, किसान और महिलाओं के लिये निराशाजनक बजट- देवांगन

सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. छत्तीसगढ़ बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए. सक्रिय कांग्रेस नेता मनराखन देवांगन ने कहा है कि साय सरकार का पहला बजट आम के जनता के अपेक्षा और उम्मीदों के विपरीत घोर निराशाजनक रहा है. युवाओं के रोजगार के संदर्भ में कोई रोड मैप दिख रहा है. ना ही महंगाई से निपटने कोई की ठोस रणनीति है. एक लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा था लेकिन बजट में नई नौकरियों के लिए कोई प्रावधान नहीं हैं. उल्टे बेरोजगारी भत्ता की राशि खा गए. चुनाव में गारंटी देकर गए मोदी अब मोदी की गारंटी का बोझ इतना है कि छत्तीसगढ़ जैसा छोटा राज्य सह नहीं पा रहा है. बजट के प्रावधान गवाही दे रहे हैं. कि मोदी की गारंटी भाजपा सरकार को भारी पड़ रहा है. इसकी वजह से वित्तमंत्री ओपी चौधरी राज्य के लिए नया कुछ कर ही नहीं पाए. भाजपा सरकार 25% महिलाओं को महतारी वंदन योजना मे प्रावधान रखी गई है. 60 वर्ष से अधिक महिलाओं को नहीं दिया जा रहा. कॉलेज जाने वाले छात्रों से वादा था यात्रा भत्ता देने का जिसके लिए कोई बजट प्रावधान नहीं है. 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने का वादा करने वाले छग का बजट न युवाओं के लिए न महिलाओं और किसान के लिए भाजपाई गैस सब्सिडी के लिए एक रुपए का भी बजट प्रावधान नहीं कर पाए हैं. छत्तीसगढ़ में प्रस्तुत बजट अभिभाषण पूरी तरह से भाजपा के चुनावी जुमलो की तरह ही था. झूठ और लफ्फाजी के कसीदे पढ़े गए. मोदी की चरण वंदना में समर्पित इस बजट में छत्तीसगढ़ के प्रति केंद्र सरकार की उपेक्षा और भेदभाव का कोई जिक्र नहीं था. केंद्रीय करों में रोके गए राज्य की हिस्सेदारी और कोल की रायल्टी के पेनल्टी का पैसा वर्षों से लंबित है. उस पर एक शब्द भी नहीं बोल पाए. पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के द्वारा प्रस्तुत पिछले बजट में छत्तीसगढ़ में चार-चार नए मेडिकल कॉलेज खोलने की व्यवस्था दी गई. थी इस बजट में एक भी नया मेडिकल कॉलेज या इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने का प्रावधान नहीं है. विगत 3 वर्षों में कांग्रेस सरकार ने कोई नया कर्ज नहीं लिया था. भाजपा की सरकार आते ही पिछले 2 महीने में चार बार नया कर्ज लिया गया, 5000 करोड़ से अधिक का नया कर्ज अब तक विष्णु देव साय सरकार ले चुकी है. 2022-23 में राजस्व आधिक्य 2661करोड़, 2023-24 में 3500 करोड़, इस बार राजस्व आधिक्य घटकर मात्र 1060 करोड़. कुल मिलाकर विष्णुदेव साय सरकार के पहले बजट ने छत्तीसगढ़ की जनता को निराश किया.‌

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