भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री फुले की एवं जयपाल मुंडा जी की संयुक्त जयंती मनाई गई

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. संविधान सभा के सदस्य जयपाल मुंडा जी और भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री फुले की संयुक्त जयंती एमएमसी जिले के मानपुर में मनाई गई. जिसमें प्रदेश भर के विचारक, कार्यकर्ता तथा शिक्षामित्रों के साथ प्रमुख वक्ता विप्लव साहू सामाजिक चिंतक और जिला पंचायत राजनांदगांव सभापति रहे. अब किसी खास वर्ग या समुदाय को ऐतिहासिक दोष न देते हुए विकास करते हुए बढ़ना होगा. हम मानव सभ्यता के श्रेष्ठ समय में जी रहे हैं। हर आदमी अपना श्रेष्ठ काम करते करे, समाज के हर व्यक्ति को सभ्यता, शिक्षा और विकास में साथ लेकर चले. महापुरुषों ने अपने समय में सबसे अधिक काम करते हुए हमारे लिए मजबूत बुनियाद देकर इतिहास छोड़ा है, अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनका सम्मान करते हुए समाज सुधार के कारवां को आगे ले जाएं विप्लव साहू ने बताया कि अनुसूचित जनजाति वर्ग के बहुमुखी प्रतिभा के धनी जयपाल मुंडा ने अपनी शिक्षा कौशल से संविधान निर्माण में अहम योगदान दिया और जीवन पर्यंत आदिवासी समुदाय के हितों के लिए संघर्ष करते रहे. और महान समाज सुधारक क्रांति-ज्योति और नारी शिक्षा की अग्रदूत सावित्री फुले जी ने जीवन पर्यंत समाज सेवा का काम किया.सामाजिक कार्यकर्ता बृजेश सिंह ठाकुर और साथियों ने संयोजन किया, एड महेंद्र साहू, मानिकचंद घोड़ेसवार, के एल खोब्रागढे, दीपक कोटांगले, विधि की छात्रा संतोषी सलामें, सामाजिक कार्यकर्ता निलेश यादव और विधि के छात्र सौरभ मिलिंद भी शामिल हुए. जयंती में छग महाराष्ट्र के लोग बड़ी संख्या में शामिल रहे.

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