नैनो यूरिया को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. इफको कम्पनी द्वारा कलेक्टर डॉ.जगदीश सोनकर की अध्यक्षता में नैनो यूरिया विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण 4 जनवरी को आयोजित की गई. इस दौरान कृषि विभाग एवं उद्यानिकी विभाग के मैदानी अमलों तथा प्रगतिशील कृषकों को नैनो यूरिया तकनीक की जानकारी इफको कम्पनी के राज् य स्तरीय अधिकारी डॉ.एसके सिंग, आरएस तिवारी, जिला प्रतिनिधि एके उपाध्याय दी गई. नैनो यूरिया तकनीक सामान्य प्रचलित यूरिया से किस तरह भिन्न है तथा साधारण यूरिया से परिवहन में भी किफायती है. सामान्य प्रचलित यूरिया एक बोरी 45 किग्रा की होती है जिसमें नाइट्रोजन तत्व की मात्रा 46 प्रतिशत होती है. नैनो यूरिया की 500 मिली की 1 बोतल का महत्व 1 बोरी यूरिया के बराबर है, क्योंकि इसमें यूरिया के 1 दाने को एक अरबवें हिस्से में तोडक़र नैनो कण बनाया गया है जो कि फसलों की वानस्पतिक अवस्था के दौरान पत्तियों द्वारा आसानी से अवशोषित कर लिया जाता है. नैनो यूरिया को फसलों की वानस्पतिक अवस्था में 4 मिली/ली पानी में घोल तैयार कर पर्णीय छिडक़ाव करना पड़ता है. प्रशिक्षकों द्वारा ये भी अवगत कराया गया कि नैनो यूरिया के कण छोटे होने के कारण ये पौधों की पत्तियों द्वारा आसानी से अवशोषित हो जाता है. इफको प्रतिनिधियों द्वारा ये भी अवगत कराया गया कि नैनो यूरिया को ऊर्वरक गुण नियंत्रण आदेश 1985 में सम्मिलित कर लिया गया है. उपरोक्त कार्यक्रम में जिला केसीजी के उपसंचालक कृषि अधिकारी, नोडल जिला सहकारी बैंक अधिकारी, जिला विपणन अधिकारी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, ग्राम कृ.वि.अधि., ग्राम उ.वि.अधि. एवं प्रगतिशील कृषक उपस्थित थे.

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