नहीं थम रहा रायपुर में खुले ऑफ कैम्पस स्टडी सेंटर का विवाद, विरोध कर रहे आंदोलनकारियों ने प्रदर्शन कर किया पुतला दहन

खैरागढ़ के राजीव चौक में खैरागढ़ विश्वविद्यालय की कुलपति, कुलसचिव व ऑफ स्टडी सेंटर के निदेशक के पुतले जले

रायपुर में ऑफ कैम्पस स्टडी सेंटर को बंद करने शासन से स्पष्ट आदेश की मांग

बीते सप्ताह मुख्यमंत्री ने स्टडी सेंटर के संचालन को स्थगित करने दिये थे निर्देश

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने प्रवेश प्रक्रिया पर लगाई थी रोक

अवर सचिव के आदेश पत्र के बाद सशंकित नागरिकों ने फिर शुरू किया आंदोलन

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के रायपुर में खुले ऑफ कैम्पस स्टडी सेंटर का विरोध नहीं थम रहा है, मंगलवार को आंदोलन कर रहे युवाओं सहित वरिष्ठ नागरिकों ने पूर्व नियोजित योजना के तहत कुलपति, कुलसचिव व स्टडी सेंटर रायपुर के निदेशक का सामूहिक पुतला दहन किया. शाम तकरीबन 5 बजे बस स्टैंड में एकजुट हुये आंदोलनकारियों ने कुलपति डॉ.ममता चंद्राकर, कुलसचिव प्रो.आईडी तिवारी व रायपुर स्टडी सेंटर के निदेेशक बनाये गये प्रो.योगेन्द्र चौबे ने मोटर सायकल रैली के साथ राजीव चौक पहुंचकर सामूहिक पुतला दहन किया और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ हाय-हाय व मुर्दाबाद के नारे लगाये. पुतला दहन के दौरान प्रदर्शनकारियों व पुलिस के बीच झूमाझटकी भी हुई लेकिन आंदोलन कर रहे नागरिकों ने अंतत: पुतला दहन कर अपना विरोध दर्ज किया. विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र व उभरते हुये युवा कलाकार टेकराम वर्मा ने कहा कि रायपुर में स्टडी सेंटर खोले जाने का निर्णय खैरागढ़ के हित में नहीं है वहीं विश्वविद्यालय में लगातार छात्रहित मेें गलत तरीके से कार्य हो रहे हैं जिसके कारण छात्र युवाओं में विश्वविद्यालय प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है.

युवा नेता अनिश सिंह ने कहा कि जब तक पूरी तरह रायपुर में संचालित होने वाले स्टडी सेंटर को बंद नहीं किया जाता और शासन इस विषय में अपना साफ-सुथरा आदेश जारी नहीं करती तब तक लगातार आंदोलन चलता रहेगा. ज्ञात हो कि बीते पखवाड़े भर से रायपुर में विश्वविद्यालय के ऑफ कैम्पस स्टडी सेंटर खुलने के बाद खैरागढ़ में लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. पूर्व में नागरिकों ने अलग-अलग माध्यम से अपना विरोध दर्ज कराकर स्टडी सेंटर को बंद कराने की पुरजोर कोशिश की है, इन कोशिशों के बीच बीते सप्ताह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्टडी सेंटर के संचालन को खैरागढ़ के नागरिकों की मंशानुरूप संचालित नहीं करने संबंधी निर्देश दिया था जिसके बाद खैरागढ़ में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा था लेकिन दूसरे दिन ही 27 सितंबर को उच् च शिक्षा विभाग के अवर सचिव एआर खान का विश्वविद्यालय के कुलसचिव के नाम एक आदेश पत्र जारी हुआ जिसमें विश्वविद्यालय के पत्र के संदर्भ को उल्लेखित करते हुये वस्तु स्थिति अनुसार छग शासन द्वारा विश्वविद्यालय के ऑफ कैम्पस स्टडी सेंटर (अध्ययन केन्द्र) रायपुर में प्रवेश प्रक्रिया को आगामी आदेश तक स्थगित रखने का आदेश छग के राज् यपाल के नाम से जारी हुआ था. इस आदेश पत्र के बाद आंदोलन कर रहे नागरिकों व युवाओं में फिर से संशय देखने को मिल रहा है और आंदोलनकारी आचार संहिता लगने से पूर्व शासन से रायपुर के स्टडी सेंटर को पूर्णत: बंद करने की मांग कर रहे हैं अन्यथा उग्र आंदोलन, चक्काजाम के साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव के बहिष्कार की भी योजना बनाई गई है. पुतला दहन के दौरान बड़ी संख्या में ठेठ खैरागढिय़ा आंदोलन के बैनर तले जुटे युवा व खैरागढ़ के नागरिक मौजूद थे.

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