
दिवाली के बाद कचरे में तब्दील हुआ नगर, जगह-जगह गंदगी के ढेर
गंदगी साफ करने पालिका के कर्मचारियों को करनी पड़ रही मशक्कत
त्यौहार मनाने के बाद अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटे रहे नागरिक
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. दीपावली त्यौहार के बाद नगर कचरे में तब्दील हो गया है, यहां जगह-जगह गंदगी के ढेर नजर आ रहे हैं जिसे साफ करने में नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। बताया जा रहा है कि इस दिवाली घरों से लगभग 12 से 14 ट्रैक्टर कचरा निकला है। नगर पालिका के मंणीकंचन केंद्रों पर सामान्य दिनों में औसत 2 ट्रैक्टर कचरा पहुंचता है परंतु त्यौहार के दौरान प्रतिदिन 4 से 5 ट्रैक्टर कचरा पहुंचा। सबसे अधिक कचरा नगर के एकमात्र फतेह सिंह खेल मैदान से उठाया गया जहां त्यौहारी सीजन में पटाखा व्यवसायी अपनी दुकानें लगाकर लाखों रूपये की आमदनी की और अंत में कचरा फैलाकर अपने-अपने घर चले गये परंतु इन कचरों को बटोरने में पालिका के सफाई कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। ज्ञात हो कि त्यौहार के अलगे दिन 05 नवंबर को जिला प्रशासन के द्वारा राज्योत्सव का पर्व मनाया जाना था जिसके लिये मैदान की सफाई आवश्यक थी। ऐसे में नगर के वार्डों की सफाई से पहले कर्मचारियों को मैदान की सफाई करनी आवश्यक थी। ऐसे में भाईदूज के बाद भी नगर के कई इलाकों में कचरा नहीं उठ पाया। लोगों ने कचरे का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर सफाई व्यवस्था की बदहाली बताई परंतु एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते किसी ने भी अपने आसपास की सफाई नहीं की और कचरा फेंकते रहे। इनमें वह लोग भी शामिल थे जो स्वच्छ भारत अभियान में तस्वीर खींचवाने में पीछे नहीं रहते। नगर की बेहतर सफाई के लिये जब वास्तव में किसी स्वयंसेवकों की आवश्यकता पड़ने पर कोई सामने नहीं आया बल्कि नगर पालिका के सफाई कर्मियों द्वारा कर्मठता के साथ काम कर नगर की सफाई की गई। ईतवारी बाजार, गोल बाजार, बस स्टैंड, टैम्पो चौक, दाऊचौरा, धरमपुर सहित अन्य क्षेत्रों में कचरा त्यौहार के दूसरे दिन भी नहीं उठा था। फतेह मैदान के साथ ही नगर के सबसे व्यस्ततम इलाके गोल बाजार व ईतवारी बाजार में भी कचरे का ढेर देखने को मिला। दुकानदारों के दुकान से निकले कपड़े, मिठाई आदि के कचरों के जमा होने से लगभग पूरा शहर कचरे के ढेर में तब्दील हो गया त्यौहार को देखते हुये नगर पालिका के द्वारा कर्मचारियों को दो बार कचरा उठाने निर्देश दिया गया था परंतु दीवाली के दूसरे दिन कचरे का ढेर नजर आया। अधिक कचरा होने के कारण वार्डों में नाली व सड़क की सफाई भी प्रभावित हो गई जिसके कारण नालियों से बदबू भी आना शुरू हो गया। त्यौहारी सीजन के चलते कर्मचारियों की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से नालियों की सफाई के लिये स्वच्छता कमांडो भी कम पड़ गये। दूसरी ओर नगर की सड़कों की सफाई व्यवस्था में व्यस्त होने के कारण घर-घर कचरा उठाने वाले स्वच्छता कमांडो भी लोगों के घरों तक समय पर अपनी दस्तक नहीं दे पाये जिसके कारण आम नागरिकों के घरों में भी कचरे का ढेर जमा रहा।