देर रात लांजी के भक्कूटोला स्कूल के सामने नक्सलियों ने मारी ग्रामीण को गोली
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. चार सशस्त्र नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में 2 नवंबर की देर रात ग्रामीण की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना खैरागढ़ जिले के सरहदी इलाके से लगे मध्यप्रदेश के लांजी थाना क्षेत्र के ग्राम भक्कूटोला की है, जो गातापार थाना से महज 50 किलोमीटर की दूरी पर हैं। घटना में ग्राम पंचायत कोसमारा के पूर्व सरपंच रहे ग्राम भक्कूटोला निवासी शंकरलाल पंद्रे की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर 3 नवंबर को पुलिस मौके पर पहुंची। पंचनामा कार्रवाई की और मृतक के शव को बरामद किया। घटना के बाद से न केवल लांजी-बालघाट क्षेत्र में सर्चिंग बढ़ा दी गई है बल्कि एहतियात के तौर पर खैरागढ़ जिला पुलिस बल भी एलर्ट मोड पर हैं. पुलिस के आला अधिकारियों ने जवानों को अलर्ट कर दिया है और सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जा रही है। जानकारी के अनुसार 2 नवंबर की देर रात चार सशस्त्र नक्सली ग्राम भक्कूटोला पहुंचे थे, जिसमें एक महिला नक्सली भी शामिल थी। नक्सलियों ने पहले ग्रामीण शंकरलाल पंद्रे के घर पहुंचकर उसे बाहर निकाला फिर गांव के प्राइमरी स्कूल के पास चौक में ले जाकर सिर पर गोली मारकर उसकी निर्मम हत्या कर दी। घटना के बाद नक्सलियों ने पर्चे भी फेंके है। पर्चे में नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरों को चेताया है, हालांकि अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि घटना को नक्सली के किस दलम ने अंजाम दिया है, बहरहाल मध्य प्रदेश की बालाघाट व छत्तीसगढ़ की खैरागढ़ पुलिस मामले को लेकर अलर्ट मोड में है.
रात को 10 बजे पहुंचे थे चार सशस्त्र नक्सली
मृतक की पत्नी कासन बाई पंद्रे के अनुसार 2 नवंबर की रात्रि करीब 10 बजे 4 लोग घर पहुंचे थे। घर का दरवाजा खटखटाया, पति का नाम पूछा और बाहर आने के लिए कहा। चार लोगों में एक महिला और तीन पुरुष थे। चारों के पास बंदूक थी। उन लोगों ने पति का मोबाइल मांगा। मोबाइल नहीं मिलने पर घर की तलाशी ली फिर पति को घर से लेकर गए। करीब एक घंटे बाद गोली चलने की आवाज आई। घटना को घर से महज कुछ दूरी पर स्कूल चौक के समीप अंजाम दिया गया। नक्सलियों ने पति के मुंह पर गोली मारकर हत्या कर दी। ग्राम सरपंच दिलीप धनोले ने बताया की घटना की जानकारी उन्हें सुबह ग्रामीणों से मिली। जिसकी सूचना उन्होंने लांजी थाना में दी जिसके बाद लांजी पुलिस का दल घटनास्थल पहुंचा और शव को बरामद कर व पंचनामा की कार्यवाही के बाद परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है.
पुलिस के मुखबिर थे मृतक व उसका पुत्र: सूत्र
घटना के बाद जानकारी मिली है कि मृतक शंकर पंद्रे और उसका पुत्र पुलिस की मुखबिरी करते थे जिसके कारण पिता पुत्र नक्सलियों के हिट लिस्ट में थे. पुलिस की मदद के कारण ही मृतक के पुत्र को एमपी पुलिस में नक्सल ऑपरेशन में सहयोग करने नौकरी भी मिली है. बताया जा रहा हैं कि नक्सली शंकर पंद्रे की काफी दिनों से तलाश कर रहे थे और अंततः इस घटना को नक्सलियों ने अंजाम दिया, जिसके बाद इलाके में दहशत का माहौल है।
बालाघाट एसपी समीर सौरभ ने बताया कि
सशस्त्र नक्सलियों ने गोली मारकर एक ग्रामीण की हत्या कर दी है। घटना के बाद से क्षेत्र में सर्चिंग बढ़ा दी गई है। जवानों को अलर्ट कर दिया गया है। सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जा रही है। वैसे भी पुलिस विधानसभा चुनाव को लेकर अलर्ट है।