
सेलून व्यवसाय आरक्षित करने, अवैध स्पा सेंटरों पर सख्ती की मांग
संत सेन महाराज जयंती पर राजकीय अवकाश घोषित करने की मांग
सत्यमेव न्यूज के लिए आकाश तिवारी खैरागढ़। जिला सर्व सेन (नाई) समाज खैरागढ़-छुईखदान-गंडई ने अपने परंपरागत व्यवसाय और समाज की गरिमा की रक्षा को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम ज्ञापन सौंपा है। समाज ने ज्ञापन के माध्यम से सेलून व्यवसाय को सेन समाज के लिए आरक्षित करने, अवैध रूप से संचालित स्पा सेंटरो पर कठोर कार्रवाई करने तथा संत शिरोमणी सेन महाराज की जयंती पर राजकीय अवकाश घोषित करने जैसी प्रमुख मांगें रखीं। ज्ञापन जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया। सेन समाज ने कहा कि नाई समाज सदियों से केश शिल्प एवं सेवा परंपरा से जुड़ा रहा है, जो न केवल उनकी आजीविका का साधन है बल्कि समाज की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक भी है। वर्तमान में बाहरी व्यक्तियों के इस व्यवसाय में बढ़ते प्रवेश से पारंपरिक केश शिल्पियों के रोजगार पर संकट मंडरा रहा है।
समाज ने मांग की कि शासन सेलून व्यवसाय को सेन समाज के लिए आरक्षित करने पर विचार करे ताकि उनकी पारंपरिक आजीविका सुरक्षित रह सके। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि सेलून की आड़ में अनेक स्थानों पर अवैध स्पा सेंटर संचालित हो रहे हैं जिनसे समाज की गरिमा को ठेस पहुंच रही है। समाज ने ऐसे संस्थानों की जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही यह सुझाव दिया कि शासन को ऐसे मामलों पर नियंत्रण के लिए विशेष कानून बनाना चाहिए। केश शिल्पी कल्याण बोर्ड से समाज को आज तक कोई ठोस लाभ नहीं मिल पाया है। समाज ने मुख्यमंत्री से अपील की कि बोर्ड की योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थियों तक पहुंचे और सेलून ट्रेड से जुड़े पदों की भर्ती में सेन समाज के युवाओं को प्राथमिकता दी जाए।साथ ही समाज ने संत शिरोमणी सेन महाराज की जयंती को राजकीय अवकाश घोषित करने की मांग रखी। ज्ञापन में कहा गया कि संत सेन महाराज ने श्रम, सेवा और समानता का जीवन संदेश दिया था इसलिए उनके योगदान का सम्मान राज्य स्तर पर होना चाहिए। जिला सर्व सेन समाज के अध्यक्ष नरेंद्र सेन ने कहा कि समाज परंपरा, सेवा और स्वाभिमान का प्रतीक है परंतु वर्तमान समय में उनके पारंपरिक रोजगार पर संकट गहराता जा रहा है। सरकार से अपेक्षा है कि सेन समाज की आजीविका और सम्मान की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। समाज के मीडिया प्रभारी मनोहर सेन ने कहा कि बाहरी लोगों के बढ़ते दखल और अवैध स्पा सेंटरो की गतिविधियों से यह पेशा दूषित हो रहा है। शासन को चाहिए कि सेन समाज की मांगों को प्राथमिकता से सुने और शीघ्र कार्रवाई करे। सेन समाज ने कहा कि ये मांगें केवल समाज के हित में नहीं बल्कि राज्य की सांस्कृतिक परंपरा और नैतिक मर्यादा की रक्षा से भी जुड़ी हैं। ज्ञापन सौंपने के दौरान जिला अध्यक्ष नरेंद्र सेन, देवकुमार सेन, संजू श्रीवास, शेखर सेन और मनोहर सेन उपस्थित रहे।