जिला तो बना पर हजारों की आबादी को अभी भी नहीं मिल पा रही सहज यातायात सुविधा

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. जिला तो बन गया लेकिन क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में रोडवेज सुविधा नहीं होने के कारण ग्रामीणों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं. इसके साथ ही रोडवेज सेवा के अभाव के चलते एक बड़े इलाके का प्रतिनिधित्व करने वाले नागरिकों को मजबूरी में निजी वाहनों में सफर करना पड़ रहा हैं. आर्थिक रूप से थोड़े सक्षम ग्रामीण तो जैसे तैसे अपना जीवन यापन कर रहे हैं लेकिन आज भी गरीबों की मार झेल रहे हैं इलाके के ग्रामीणों को नाना प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे बड़ी परेशानी शिक्षा को लेकर यहां उत्पन्न हो रही है. क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया कि निजी वाहन चालक की मनमानी के कारण बघमर्रा कमठा, राहुद, धनगांव के रहवासियों को लम्बी दूरी तय कर पैदल ही सफर करना पड़ रहा हैं. कमठा-राहुद- बघमर्रा-धनगांव सीधे जिला मुख्यालय से जुड़ा हुआ हैं. यहां आवागमन को लेकर रोडवेज बस यातायात सुविधा की लंबे समय से मांग हो रही हैं लेकिन अब तक यह सुविधा इस इलाके के लोगों को नहीं मिल पायी है. दरअसल जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले उक्त मार्ग पर अभी तक रोडवेज बसों का संचालन नहीं किया गया हैं. लोगो को लंबी दूरी तय कर निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ता हैं.निजी वाहन चालक मनमाने वसूल रहे किरायाग्रामीण रूटों पर रोड़वेज की बस नहीं चलने से तीन पहिया चालक मनमाफिक किराया वसूलते हैं. गांवों के स्टैंड से तीन पहिया भरने के बाद ही चलते हैं, जगह-जगह रूकने के साथ ही सवारी से जो किराया मांग लिया वह देना ही पड़ता हैं. तीन पहिया चालक सवारियों को बाहर लटका कर चलते हैं इससे कई बार दुर्घटना भी हो जाती हैं. आस-पास काॅलेज नहीं होने से उच्च शिक्षा के लिए खैरागढ़ आना ही पड़ता हैं. वाहनों की समस्या से रेगुलर काॅलेज पढ़ने की इच्छा रखने वाले इलाके के बच्चे प्राइवेट पढ़ाई करने को विवश हो गये हैं. जिसके पास निजी वाहन है वह काॅलेज पढ़ने रेगुलर जाते हैं पर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं गरीब ग्रामीणों को आज भी एक अदद बस सेवा की दरकार है. ग्रामीणों ने बताया कि निजी वाहनों को पकड़ने के लिए भी उन्हें चार से पांच किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती हैं और ग्राम मुतेड़ा नवागांव स्थित चेंद्री माता तिराहे से ही उन्हें खैरागढ़, दुर्ग, राजनंदगांव, रायपुर कवर्धा आदि गंतव्यों के लिए बस सेवा मिल पाती है. जिला मुख्यालय को जोडने वाले उक्त मार्ग पर रोड़वेज बसों का संचालन न होने से इलाके के ग्रामीणों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती हैं. जानकारी हैं कि पहले इस इलाके में सिटी बस का संचालन होता था लेकिन वर्तमान में यह सेवा भी पिछले कुछ वर्षों से बंद है. इस समस्या के समाधान के लिए क्षेत्र के ग्रामीणों ने खैरागढ़ के जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से मांग की है. उम्मीद है जिला निर्माण के बाद इस दिशा में कोई सार्थक पहल हो पाएगी और इलाके के लोगों को बस सेवा का लाभ मिल पाएगा.बस नहीं चलने से परेशानियों को सामना करना पड़ता हैं

बस चलता तो अच्छा रहता, अभी वर्तमान में निजी वाहनों से आना जाना करते हैं

गोपालदास वर्मा, सरपंच कामठा

समस्या तो होती है, पहले सिटी बस चलता था. अभी बंद हो गया है.

केशव सिंह वर्मा, सरपंच धनगांव

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