
सत्यमेव न्यूज के लिए आकाश तिवारी खैरागढ़। नई दिल्ली में गौ पंचगव्य आधारित अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर सोमवार को तृतीय राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के आयोजन में मनोहर गौशाला खैरागढ़ के ट्रस्टी डॉ.अखिल जैन (पदम डाकलिया) को गो सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय सम्मान से अलंकृत किया गया। सम्मेलन का आयोजन डॉ.बी.आर. अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र जनपथ में किया गया जिसमें डॉ.जैन ने प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण भी दिया। इस दौरान मनोहर गौशाला के गौ उत्पाद का स्टाल लगाया गया जिसे पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री वल्लभभाई कथरिया, प्रो.वीरेंद्र कुमार विजय, साकेत मनी त्रिवेदी, सुनील मान सिंगा सहित गणमान्य व्यक्तियों ने देखा और गौशाला में हो रहे रिसर्च तथा उत्पादों की सराहना की। कार्यक्रम में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने वाले कई देशों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
आयोजन विकसित भारत, मिशन भारत, पशुपालन मंत्रालय, समाज कल्याण मंत्रालय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, क्षमता निर्माण आयोग, वन एवं पर्यावरण मंत्रालय, उपभोक्ता एकता एवं ट्रस्ट सोसाइटी, गौ-आधारित उद्योगों का वैश्विक परिसंघ और गौ विज्ञान अनुसंधान केंद्र के सहयोग से खुशी सेंटर फॉर रिहैबिलिटेशन एंड रिसर्च द्वारा “पंचगव्य” विषय पर किया गया। सम्मेलन का उद्देश्य गौ-आधारित अर्थव्यवस्था को विकसित और सुदृढ़ करने के साथ-साथ प्राकृतिक खेती को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहित करना था।