गबन के बाद परेशान मुढ़ीपार सहकारी समिति के पीड़ित किसान पहुंचे कलेक्ट्रेट
आईपीसी की धारा 406 और 409 के तहत भी होगी कार्यवाही
कलेक्टर के आदेश के बाद एसडीएम ने पीड़ित किसानों को ऋण देने की पहल
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. मुढ़ीपार सहकारी समिति में अपने रुपयों के गबन के बाद परेशान मुढ़ीपार सहकारी समिति के पीड़ित किसानों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपनी तकलीफ प्रशासन को बताई। कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में एसडीएम टंकेश्वर प्रसाद साहू ने मुढ़ीपार समिति के पीड़ित किसानों की समस्या को गंभीरता से सुना। इधर समिति प्रबंधक द्वारा गबन की पुष्टि के बाद पुलिस ने मुढ़ीपार समिति प्रबंधक धनेश्वर साहू के खिलाफ आईपीसी की तीन अलग-अलग धाराओं के तहत अपराध पंजीकृत किया है जिसमें आईपीसी की धारा 420, 409 और 406 के तहत गातापार जंगल थाने में अपराध कायमी की गई हैं। वहीं कलेक्टर के आदेश के बाद एसडीएम ने पीड़ित किसानों को तत्काल प्रभाव से ऋण देने की पहल की हैं, जिसके बाद परेशान किसानों ने राहत की सांस ली है। गौरतलब हो कि जिले के मुढ़ीपार सहकारी समिति में किसानों की राशि गबन के मामलें में समिति के परेशान किसान जिला कार्यालय पहुँचे और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर एसडीएम टंकेश्वर साहू को पीड़ा सुनाई। मुढ़ीपार समिति में किसानों द्वारा पिछले साल लिये गये कर्ज की राशि समिति में जमा कराये जाने के बाद भी किसानो के खाते में राशि अब तक जमा नही हो पाई है। समिति के सहायक प्रबंधक धनेश्वर साहू पर मामले में 1 करोड़ 9 लाख गबन का मामला एक दिन पहले ही सामने आया था। मामले में कलेक्ट्रेट पहुँचे किसान पंचुराम साहू, घनश्याम सिन्हा, नोहर दास, दूर्गेश, मुंगाबाई, उघोराम, उत्तम पटेल, कामता साहू, धनराज सिंह, तामेश्वर वर्मा, लखन ठाकुर, नारायण पाल, नकुल पाल, राजोबाई, आनंद ठाकुर, राजेन्द्र नेताम, बलकरण, राधेश्याम हरीश सादव मनीष कुमार आदि ने बताया कि मुढ़ीपार समिति में 3 सौ किसानों ने अपने हिस्से की राशि जमा करा दी है। इसकी पावती भी समिति द्वारा दी गई है। इस सत्र मे खाद नगदी और के लिये समिति पहुँच रहे किसानों के नाम पर समिति पंजी मे बकाया होना दिखा रहा है। इन पीड़ित किसानों को डिफाल्टर घोषित कर दिया गया है। जिसके कारण किसानों को इस सत्र में कर्जा नही मिलने से आर्थिक और मानसिक परेशानी उठानी पड़ रही है। किसान इसके निराकरण के लिये समिति और बैंक का कई चक्कर लगा चुके है। लेकिन कार्यवाही नहीं हो पायी है।
आरोपी समिति प्रबंधक के खोजबीन में जुटी पुलिस
गबन के आरोपी समिति प्रबंधक धनेश्वर साहू की खोजबीन में पुलिस अपराध पंजीबद्ध करने के बाद जुट गई है। बताया जा रहा है कि आरोपी समिति प्रबंधक बीते दिनों सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया है और अपना उपचार कर रहा है लेकिन वह किस अस्पताल में भर्ती है इसकी जानकारी अब तक किसी को नहीं हो पाई है। पुलिस ने गबन के मामले में प्रार्थी शाखा प्रबंधक प्रकाश महोबिया सहित अन्य को थाने में दस्तावेज के साथ तलब किया है, मामले में वास्तविक तथ्य और बयान के बाद समिति में दबे कई और राज खुल सकते हैं।
कलेक्टर के आदेश के बाद एसडीएम ने की चर्चा अब मिल पाएगा किसानों को ऋण
किसानों की परेशानी सुन कर मौके पर मौजूद एसडीएम टंकेश्वर साहू ने सहकारी संस्थाएं के उप पंजीयक रघुराज सिंह से किसानों के हित में चर्चा की। जिसके बाद किसानों को भरोसा दिलाया कि जिन 214 किसानों के ऋण राशि जमा होने के बाद भी प्रबंधक द्वारा गबन किये जाने का मामला सामने आया है। इसमे किसानों को कोई दिक्कत नही होने दी जाएगी। श्री सिंह ने कहा कि सहकारी बैंक समिति मामले मे जल्द फैसला लेगी और किसानों को समय पर खाद बीज सहित नगदी ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
बैंक में ऋण की राशि क्लियर होने के बाद ही मिल पाएगा केसीसी लोन
समिति प्रबंधक द्वारा गबन करने के बाद क्षेत्र के किसान सहकारी बैंक से ऋण लेने के लिए भटक रहे हैं। बैंक के नियमों के मुताबिक पुराने ऋण की राशि खाते से क्लियर होने के बाद ही नया ऋण केसीसी के रूप में किसानों को मिल पाता है। मामले में प्रशासन पीड़ित किसानों का सहयोग तो कर रहा है पर जब तक सहकारी संस्था से इस विषय को लेकर आदेश नहीं आ पाता किसानों को ऋण नहीं मिल पाएगा। मुढ़ीपार सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक प्रकाश महोबिया ने बताया कि किसानों को ऋण देने संबंधी निर्देश प्राप्त होने के बाद ही केसीसी ऋण दिया जा पाएगा, अब तक उच्च कार्यालय से इस दिशा में कोई लिखित या मौखिक निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। नियमों के मुताबिक बैंक का खाता वही क्लियर होने के बाद ही नए सिरे से ऋण दिया जाता है।
किसानों ने पुरानी रकम जमा की है। नियमानुसार किसानों को समिति से सुविधा मिलेगी, इस विषय में कलेक्टर साहब ने निर्देश जारी किया है।
टंकेश्वर प्रसाद साहू, एसडीएम खैरागढ़
गबन के मामले में अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी की पतासाजी की जा रही है तथा मामले से जुड़े अन्य तथ्य व साक्ष्य भी जुटाये जा रहे हैं।
डीआर भास्कर, थाना प्रभारी गातापार जंगल