खैरागढ़ सिविल अस्पताल की लापरवाही से मरीज की मौत, बौद्ध समाज ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

सत्यमेव न्यूज के लिए मनोहर सेन खैरागढ़। सिविल जिला अस्पताल खैरागढ़ में डॉक्टर और नर्स की लापरवाही से एक मरीज की मौत का मामला सामने आया है। घटना से आक्रोशित खैरागढ़ महाबोधि बुद्ध विहार कल्याण समिति ने मंगलवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर जिम्मेदार चिकित्सक व नर्स पर कठोर कार्रवाई की मांग की। साथ ही मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की भी अपील की गई।

ज्ञापन में बताया गया कि 26 सितंबर की सुबह वार्ड क्रमांक 18 अंबेडकर वार्ड निवासी विजेन्द्र चौरे पिता स्व. हेतराम चौरे को अचानक सीने में जलन की शिकायत हुई। परिजन उन्हें इलाज के लिए तत्काल सिविल अस्पताल खैरागढ़ लेकर पहुंचे। आरोप है कि उस समय अस्पताल में न तो डॉक्टर मौजूद थे और न ही नर्स। ड्यूटी में तैनात डॉक्टर ऊपरी कमरे में सोया हुआ था और नर्स भी अपने कमरे में सोई हुई थी। परिजनों ने काफी देर तक दरवाजा खटखटाकर दोनों को जगाने का प्रयास किया। करीब आधे घंटे बाद डॉक्टर मरीज को देखने आया, लेकिन तब तक विजेन्द्र चौरे ने दम तोड़ दिया।

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि अस्पताल में उस दिन ईसीजी मशीन बंद पड़ी थी और ऑक्सीजन की भी व्यवस्था नहीं थी। समिति ने कहा कि यदि समय पर इलाज और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होतीं तो विजेन्द्र चौरे की जान बचाई जा सकती थी।

विजेन्द्र चौरे गरीब परिवार से थे और वाहन सुधारक का काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। अचानक हुई मौत से परिवार पर आर्थिक संकट आ पड़ा है। घटना के बाद मृतक के परिजनों के साथ-साथ पूरे बौद्ध समाज व नगरवासियों में भारी आक्रोश है।

समिति ने कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में मांग की है कि घटना की निष्पक्ष जांच कर संबंधित डॉक्टर और नर्स पर विभागीय कार्रवाई की जाए। साथ ही सिविल अस्पताल खैरागढ़ की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और मृतक के परिजनों को पर्याप्त आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।

इस दौरान मिशन संडे के संयोजक मनराखन देवांगन भी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा यह बेहद शर्मनाक और अमानवीय लापरवाही है। दोषी डॉक्टर और नर्स पर कठोरतम कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई मरीज इलाज के अभाव में अपनी जान न गंवाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान महाबोधि बुध्द विहार कल्याण समिति खैरागढ़ के संरक्षक मधुकर चौखान्द्रे, अध्यक्ष उत्तम बागड़े, उपाध्यक्ष नरेन्द्र मेश्राम, दीवालचंद भालेकर, सचिव विमलकुमार बोरकर, सहसचिव सुनील कुमार मेश्राम, कोषाध्यक्ष शशी रामटेके, कार्यकारिणी सदस्य भाऊराव सहारे, दलबीर मेश्राम, भोजराज उके, संतोष नागदेवे, देवेन्द्र नागदेव, सुरेश चौरे, राजू नागदेवे, राजकुमार बोरकर, श्रवन मेश्राम, रवि मेश्राम, अनमोल मेश्राम, आशीष मेश्राम, आशीष भौतेकर, प्रमुख मीडिया प्रभारी अनुराग तुर्रे, प्रदीप बोरकर, प्रशांत सहारे सहित बड़ी संख्या में समिति पदाधिकारी एवं बौद्ध समाज के लोग उपस्थित थे।

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